केशवरायपाटन (बूंदी). लाखेरी थाना क्षेत्र के जाडला गांव में बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे बजरी से भरी ट्राली पलटने से एक महिला मजदूर की मौत हो गई. ये मामला प्रथम दृष्टया से बजरी खनन से जुड़ा हुआ है.
वहीं, मृतका के भाई ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि उसकी बहन सारा आयु 20 साल निवासी जिला झाबुआ मध्य प्रदेश परिजनों के साथ मेहनत मजदूरी करती थी. नदी क्षेत्र से बजरी लाते समय बजरी से भरी ट्रॉली कच्चे रास्ते में पलट गई. जिससे ट्रॉली में सवार अन्य परिजन मजदूर भी घायल हो गए.
वहीं, सारा की मौके पर ही मौत हो गई. जिसे परिजन राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय लाखेरी लेकर गए. जहां चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया. वहीं पुलिस फिलहाल मामले में कुछ कहने से बचती रही और मामले की जांच में जुटी हुई है.
तेज रफ्तार ट्रैक्टरों से हादसे की आशंका
नदी के घाटों से बजरी भरकर अनेक ट्रैक्टर-ट्रॉलियां रोजाना गांवो में होते हुए तेज रफ्तार में निकलते हैं. चूंकि सुबह के वक्त मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले और स्कूली बच्चों की काफी गहमा-गहमी रहती है. इससे हर समय हादसे की आशंका बनी रहती है.
पढ़ें- अलवरः बोलेरो ने बाइक सवार किसान को मारी टक्कर, इलाज के दौरान मौत
वहीं, मेज नदी में बजरी के अवैध खनन से जलीय जीवों को खतरा पैदा हो गया है. इससे जल संरक्षित क्षेत्र में जलीय जीवों का सुकून भी छिन गया है. लाखेरी उपखण्ड क्षेत्र के जाडला गांव में कई दिनों से धड़ल्ले से बजरी खनन होता आ रहा है.
अवैध खनन वालों ने अपनी गहरी जड़े जमा ली हैं. यह पूरी तरह सत्ता संरक्षण में होता है. पुलिस, प्रशासन,वन-विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधि ही नहीं राज्यस्तर तक के राजनेता बजरी के अवैध खनन में लिप्त है. नदी क्षेत्र में रोक के बाद भी बजरी का अवैध खनन हो रहा है. इसी के चलते आये दिन हादसे हो रहे है.