बूंदी. जिले के लाखेरी की मेज नदी में बुधवार को हुए दर्दनाक बस हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए हैं. घायलों का कोटा एमबीएस अस्पताल में इलाज जारी है. वहीं इस हादसे में बूंदी के विकास नगर के एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई.
बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में जीतू उर्फ जितेंद्र, पत्नी सोनिया वर्मा और पुत्री कन्नी उर्फ कनिका की मौत हो गई. घर में अब जितेंद्र वर्मा के पिता बाबूलाल महावर और बड़ी बेटी जिया वर्मा ही बची है. मृतक के बड़े भाई सुरेश पेंटर का कहना है, कि हादसे के बाद सरकार ने 2 लाख रुपए का मुआवजा परिजनों को दिया है.
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मृतक के बड़े भाई ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मदद की अपील की है. उन्होंने बताया, कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि मुआवजा राशि बढ़ाकर 25 लाख रुपए किया जाए. साथ ही घर के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. उन्होंने बताया, कि मांगों को लेकर वे जिला कलेक्टर को पत्र भी सौंपा है.
ये है मामला...
कोटा के दादावाड़ी से सवाई माधोपुर के लिए मायरा लेकर रजक वशिष्ट समाज के लोग जा रहे थे. तभी वह लाखेरी के पापड़ी इलाके में पहुंचे तो यहां पर मेज नदी की पुलिया पर अचानक से बस असंतुलित हो गई और पानी में जा गिरी. हादसे में 24 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों का कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज जारी है.