बीकानेर. जिले में सोमवार को कुदरत का कहर बरपा. तेज रफ्तार आई आंधी में दो अलग-अलग हादसों में दो की मौत जबकि 7 लोग घायल हो गए. सभी घायलों का बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जिले में सोमवार को दिनभर की तपन के बाद देर शाम आमजन के लिए आसमान से राहत की बूंदे बरसीं लेकिन यह राहत कुछ ही देर की थी. देर शाम होते होते तेज रफ़्तार के साथ आंधी आयी और इस प्राकतिक आपदा में दो अलग अलग हादसों में एक मासूम बच्ची औक एक युवक काल का ग्रास बन बैठे और सात लोग घायल हो गए.
बीकानेर जिले के पलाना गांव में खेत मे गेंहू की कटाई का काम कर रहे एक ही परिवार के साथ लोग घायल हो गए और एक मासूम बच्ची की मौत हो गई. खेत में काम कर रहे लोग जब तेज रफ़्तार के साथ आंधी आयी तो खेत में बने एक मकान के पास आसरा लेने खड़े हो गए. तेज तूफान में मकान की दीवार गिर गयी जिसके नीचे दबने से एक सात वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गयी जबकि एक ही परिवार के सात सदस्य भी घायल हो गए. घायलो में तीन मासूम बच्चे भी हैं.
वहीं, दूसरी और जिले के जामनगर गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गयी. बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में सभी घायलों का उपचार चल रहा है और मृतको के शवों को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है.
उधर, प्राकृतिक आपदा में काल का ग्रास बने और घायल हुए लोगों की सूचना जब बीकानेर कलेक्टर कुमार पाल गौतम को मिली तो जिला कलेक्टर ने पीबीएम अस्पताल पहुंच घायलों की स्थिति जानी और राजकीय अस्पताल के चिकित्सकों को घायलों के बेहतर उपचार के दिशा निर्देश दिए. वहीं, संबंधित उपखंड अधिकारी को प्राकृतिक आपदा में काल का ग्रास बने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष, प्राकृतिक आपदा कोष से तत्काल आर्थिक सहयोग देने के निर्देश दिए.