बीकानेर. भगवान शिव की आराधना करने का वार सोमवार होता है. तिथि के हिसाब से प्रदोष तिथि को भगवान शिव की पूजा करने का महत्व है. हिंदू धर्म शास्त्रों में सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है और पूरे महीने में भगवान शिव का अभिषेक और पूजन का दौर चलता रहता है. दिन का मास होता है लेकिन इस बार अधिक मास होने के चलते सावन दो महीने रहेगा.
शिव पूजा के लिए मिलेगा ज्यादा समय : सावन मास में भगवान शिव की पूजा आराधना करने का महत्व पुराणों में बताया गया है. इस बार खास संयोग है कि चार जुलाई से शुरू होने वाला सावन मास 2 महीने तक रहेगा. पहली बार नहीं है कि जब अधिक मास होने के चलते सावन 2 महीने का रहेगा. इससे पहले 19 साल पूर्व भी इसी तरह का संयोग बना था जब सावन दो महीने का हुआ था.
8 सोमवार होगा सावन माह मेें : सावन मास 2 महीने का होने के चलते इस बार भगवान शिव की पूजा आराधना के लिए खास माने जाने वाले सावन के सोमवार भी 8 दिन होंगे. 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार होगा तो 17 जुलाई को दूसरा 24 जुलाई को तीसरा 31 जुलाई को चौथा 07 अगस्त को पांचवां 14 अगस्त को छठा, 21 अगस्त को सातवां, 28 अगस्त को आठवां सोमवार होगा.
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अधिकमास के चलते दो चरण में सावन : सावन मास एक महीने का ही होता है लेकिन इस बार अधिक मास श्रावण मास के बीच में आ जाने से अधिक मास से पहले और अधिक मास के बाद दो चरणों में सावन का पूरा महीना होगा. इसलिए अधिक मास को जोड़ते हुए सावन 2 महीने का हो गया. 4 जुलाई से सावन मास शुरू होगा और 31 अगस्त को दो महीने पूरे होंगे. अधिकमास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा. सावन का महीना इस बार 30 दिन के बजाय 59 दिन का होगा. इसलिए सावन महीना दो चरणों में होगा.