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बीकानेर: राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग, 21 फरवरी को राजस्थान मोट्यार परिषद देगा धरना - राजस्थानी भाषा की मान्यता

राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर 21 फरवरी को एक दिवसीय प्रदर्शन किया जाना है. ये धरना प्रदर्शन बीकानेर की संस्था मोट्यार परिषद की ओर से किया जाएगा. ये प्रदर्शन 21 फरवरी को विश्व मातृ दिवस पर प्रदेश के साथ-साथ बीकानेर संभाग मुख्यालय पर भी किया जाएगा.

Bikaner news, बीकानेर की खबर
राजस्थान मोट्यार परिषद की ओर से होगा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
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Published : Feb 16, 2020, 7:24 PM IST

बीकानेर. राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर काम कर रही बीकानेर की संस्था मोट्यार परिषद की ओर से एक दिवसीय धरना दिया जाना है. ये धरना प्रदर्शन 21 फरवरी को विश्व मातृ दिवस पर प्रदेश के साथ-साथ बीकानेर संभाग मुख्यालय पर भी किया जाएगा. इस कार्यक्रम की जानकारी मोट्यार परिषद की ओर से मीडियाकर्मियों से वार्तालाप कर दी गई.

राजस्थान मोट्यार परिषद की ओर से होगा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन

बता दें, कि लंबे समय से राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर परिषद आंदोलन कर रही है, लेकिन 6 करोड़ से ज्यादा लोगों की मातृभाषा राजस्थानी को मान्यता नहीं दी जा रही है. इस भाषा को मान्यता देने को लेकर सरकार भी गंभीर नहीं है. ऐसे में 21 फरवरी को संभाग मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा, जिसमें राजस्थानी भाषा के प्रेमी, विद्यार्थी और साहित्यकार शामिल होंगे.

पढ़ें- बीकानेर : छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में बरपा हंगामा, अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप

वहीं, राजस्थानी भाषा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए परिषद की ओर से 20 फरवरी को वाहन रैली का आयोजन भी किया जाएगा. इसकी मान्यता को लेकर साल 1944 से निजामपुर सम्मेलन से आंदोलन चल रहा है, लेकिन राजस्थान का दुर्भाग्य है कि राजस्थान के बच्चे अपनी मातृभाषा राजस्थानी के अधिकारों से वंचित हैं.

मोट्यार परिषद की मांग है कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा राजस्थानी भाषा में ही मिले. राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में बेरोजगार लोगों को राजस्थानी भाषा में रोजगार मिल सके.

बीकानेर. राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर काम कर रही बीकानेर की संस्था मोट्यार परिषद की ओर से एक दिवसीय धरना दिया जाना है. ये धरना प्रदर्शन 21 फरवरी को विश्व मातृ दिवस पर प्रदेश के साथ-साथ बीकानेर संभाग मुख्यालय पर भी किया जाएगा. इस कार्यक्रम की जानकारी मोट्यार परिषद की ओर से मीडियाकर्मियों से वार्तालाप कर दी गई.

राजस्थान मोट्यार परिषद की ओर से होगा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन

बता दें, कि लंबे समय से राजस्थानी भाषा की मान्यता को लेकर परिषद आंदोलन कर रही है, लेकिन 6 करोड़ से ज्यादा लोगों की मातृभाषा राजस्थानी को मान्यता नहीं दी जा रही है. इस भाषा को मान्यता देने को लेकर सरकार भी गंभीर नहीं है. ऐसे में 21 फरवरी को संभाग मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा, जिसमें राजस्थानी भाषा के प्रेमी, विद्यार्थी और साहित्यकार शामिल होंगे.

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वहीं, राजस्थानी भाषा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए परिषद की ओर से 20 फरवरी को वाहन रैली का आयोजन भी किया जाएगा. इसकी मान्यता को लेकर साल 1944 से निजामपुर सम्मेलन से आंदोलन चल रहा है, लेकिन राजस्थान का दुर्भाग्य है कि राजस्थान के बच्चे अपनी मातृभाषा राजस्थानी के अधिकारों से वंचित हैं.

मोट्यार परिषद की मांग है कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा राजस्थानी भाषा में ही मिले. राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए, ताकि बड़ी संख्या में बेरोजगार लोगों को राजस्थानी भाषा में रोजगार मिल सके.

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