बीकानेर. फसल के समय बिजली कटौती और पूरी बिजली नहीं मिलने से अब किसानों के सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है. लगातार कई दिनों से शहरी क्षेत्र में जहां बिजली कटौती से आमजन परेशान हैं, वहीं दूसरी और अब गांव में खेतों में पूरी बिजली नहीं मिलने से धरती पुत्र भी परेशान हो रहा है और उसका धैर्य जवाब दे रहा है. सोमवार को बीकानेर के अलग-अलग तहसीलों के संभागीय मुख्य अभियंता कार्यालय पहुंचे और संभागीय मुख्य अभियंता का घेराव किया.
आरएलपी नेता विजयपाल बेनीवाल, विवेक माचरा सहित बड़ी संख्या में किसान संभाग मुख्य अभियंता कार्यालय पहुंचे और इस दौरान मौजूद किसानों प्रदेश के मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया. किसानों का कहना था कि फसल के समय सरकार पूरी बिजली नहीं दे पा रही है. जिससे उनके सामने संकट खड़ा हो गया है.
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मुफ्त बिजली की बात बेमानी: किसानों का कहना कि एक और सरकार जहां मुफ्त बिजली देने की बात कह रही है, वहीं निश्चित 6 घंटे की अवधि में भी बिजली नहीं मिल पा रही है. ऐसे में किसानों की फसल चौपट हो रही है और सरकार और विभागीय अधिकारी इस बारे में ध्यान नहीं दे रहे हैं. अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है.
मुख्यमंत्री आवास का करेंगे घेराव: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश मंत्री विवेक माचरा का कहना था कि जिले से ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी आते हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी योजनाओं के जिस तरह से होर्डिंग लगाकर जनता में भ्रम पैदा कर रहे हैं. उन्हें इस बात की भी सुनिश्चित करनी चाहिए कि किसानों को पूरी बिजली मिले, लेकिन हालात इसके उलटे हैं. ऐसे में जब हमारी समस्या का समाधान नहीं होगा, तब हम मुख्यमंत्री आवास को भेजने के लिए मजबूर होंगे.
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मुख्य अभियंता के साथ वार्ता: इस दौरान कांग्रेस नेता राजेंद्र मूंड, आरएलपी नेता विजयपाल बेनीवाल, विवेक माचरा और प्रभु राम गोदारा किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य अभियंता के साथ वार्ता की. हालांकि वार्ता को लेकर किसान संतुष्ट नहीं हुए और अगले दो दिन में आंदोलन की रणनीति बनाने की बात कही. बिजली कटौती के मुद्दे को लेकर विधायक बिहारीलाल बिश्नोई भी आंदोलन का रूख अपनाए हुए हैं.
![Protest of farmers for insufficient power supply in Jodhpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/21-08-2023/rjjdh04farmeragitationforlight7211872_21082023165505_2108f_1692617105_929.jpg)
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किसानों का डिस्कॉम ऑफिस पर महापड़ाव जारी: खरीफ की फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से हो रही परेशानी को लेकर जोधपुर डिस्कॉम कार्यालय के बाहर किसानों का महापड़ाव चौथे दिन सोमवार को भी जारी रहा. सोमवार को पहली बार किसानों के प्रतिनिधियों के साथ डिस्कॉम के अधिकारियों की वार्ता हुई, लेकिन वार्ता में कोई हल नहीं निकला. इसलिए किसानों ने महापड़ाव जारी रखने का ऐलान किया है. किसानों का कहना है कि अभी मूंगफली और कपास की फसल लगभग पूरी तरह से तैयार होने को है. ऐसे में सिंचाई बाधित होना मतलब फसल का खराब होना है. रविवार को हुई बारिश से थोड़ी राहत हुई. लेकिन नियमित सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली जरूरी है.