बीकानेर. जिले में शिक्षा का मंदिर आबकारी विभाग का लॉटरी केंद्र बन गया. एक ओर जहां सरकार सार्वजनिक स्थलों और सरकारी कार्यालयों से धूम्रपान को लेकर गाइडलाइन जारी करती है तो वहीं, दूसरी तरफ शराब की दुकानों की लॉटरी शिक्षा के मंदिर में करना क्या सीख देता है?
बता दें, आबकारी विभाग द्वारा शराब की दुकानों का आवंटन मंगलवार को लॉटरी के द्वारा किया गया. जिले में शराब की दुकानों के लिए कुल 11697 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें देसी शराब की 159 समूह के लिए 7189 और अंग्रेजी के 39 समूह के लिए 4508 आवेदन प्राप्त हुए थे.
मंगलवार को जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम के निर्देशन में पॉलिटेक्निक कॉलेज मैदान में लॉटरी के जरिए पूर्ण पारदर्शिता के साथ आवंटन किया गया. इस मौके पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा जिला आबकारी अधिकारी ओपी पवार समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. शराब की दुकान के लिए आवंटन को लेकर बड़ी संख्या में आवेदक भी लॉटरी स्थल पर पहुंचे इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई.
शिक्षा के मंदिर में निकली शराब की दुकानों की लॉटरी
दरअसल, शराब की दुकानों के लिए लॉटरी शिक्षा के मंदिर में निकाली गई. बीकानेर के गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज के मैदान पर लॉटरी का आयोजन किया गया. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज में लॉटरी के चलते कुल 4 में से 2 दरवाजे को आज बंद किया गया और छात्र छात्राओं को दूसरे दरवाजे से आना पड़ा.
हालांकि, इस बारे में कॉलेज का कोई भी स्टाफ बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ क्योंकि मामला खुद सरकार से जुड़ा था और जिला प्रशासन की ओर से स्थान का चयन किया गया था. लेकिन, सवाल यह है एक ओर सरकार सार्वजनिक स्थलों और सरकारी कार्यालयों से धूम्रपान को लेकर गाइडलाइन जारी करती है तो वहीं, दूसरी तरफ शराब की दुकानों की लॉटरी शिक्षा के मंदिर में होना क्या सीख देता है?