बीकानेर. दो महीने से चल रही नहरबंदी के तहत पानी 29 मई तक बीकानेर पहुंचने की संभावना है. तेज गर्मी के मौसम में लोगों पेयजल की समस्या के परेशान हो रहे (Due to the scarcity of drinking water) हैं. जिसके कारण लोगों का आक्रोश सड़क पर देखने को मिल रहा है. बीकानेर के पुलिस लाइन चौराहे पर जलदाय विभाग के कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे. इस दौरान खाली मटकिया सड़क पर छोड़ कर महिलाओं ने विरोध जताया. महिला और बच्चों ने सड़क पर जाम लगा दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों से समझाइश की, तो वहीं लोगों ने कहा की जलदाय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते पेयजल की किल्लत हो रही है और लोग परेशान हो रहे हैं. लेकिन विभाग के अधिकारी सुन नहीं रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जलदाय विभाग की ओर से शहर में शोभासर व बीछवाल जलाशय में उपलब्ध पेयजल अनुसार तीन दिन दिवस में एकबार जलापूर्ति की जा रही है.
निजी नलकूपों के अधिग्रहण की तैयारी: जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता बलवीर सिंह ने बताया कि आगामी 10 दिवस के लिए टैंकरों की ओर से जल परिवहन के लिए जोनवार निजी नलकूपों का अधिग्रहण भी किया जा रहा है. जिससे जल परिवहन के लिये जल उपलब्ध हो सके. इसके साथ ही बीकानेर में इंडस्ट्रीज के लिए पानी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. जनता बलबीर सिंह ने कहा कि औद्योगिक व वाणिज्यिक कनेक्शन धारकों से पेयजल का उपयोग नहीं करने की अपील जारी की गई है.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी हालात खराब: बीकानेर शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल की किल्लत देखने को मिल रही है. नहरी पानी से लाभान्वित ग्रामीण क्षेत्रों में भी विभाग की ओर से सभी डिग्गियों में उपलब्ध भण्डारण के अनुसार जलापूर्ति की जा रही है और आवश्यकता अनुसार ग्रामों में आस-पास के नलकूपों में उपलब्ध जल से जल परिवहन भी करवाया जा रहा है. आवश्यकता होने पर अधिग्रहण के लिए निजी नलकूप भी चिन्हित कर लिए गए हैं. विभाग के अधीक्षण अभियंता बलबीर सिंह ने बताया कि प्रारंभिक चरण में 29 निजी नलकूपों को अधिग्रहण के लिए चिन्हित किया गया है, लेकिन अभी उन्हें अधिकृत नहीं किया गया है और आवश्यकता पड़ने पर उनका अधिग्रहण किया जाएगा.