बीकानेर. राजस्थान में बीकानेर शहर से कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल गहलोत को (Congress President of Bikaner City) एक बार फिर कांग्रेस की कमान सौंपी गई है. लगातार तीसरी बार यशपाल गहलोत को बीकानेर शहर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है.
हालांकि, यशपाल गहलोत को नगर विकास न्यास के चेयरमेन का दावेदार बताया जा रहा था. खुद यशपाल गहलोत अंदर खाने में यूआईटी चेयरमैन की दौड़ में लगे हुए थे. शहर अध्यक्ष की दौड़ में मंत्री बीडी कल्ला के भतीजे अनिल कल्ला का नाम तय माना जा रहा था. लेकिन ऐन मौके पर बदले समीकरण के बाद एक बार फिर यशपाल गहलोत को ही शहर कांग्रेस की जिम्मेदारी दी गई है.
साल 2018 के विधानसभा चुनाव (2018 assembly elections) में बीकानेर पश्चिम और इसके बाद बीकानेर पूर्व दोनों विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार बनाकर दोनों ही बार टिकट कटनी से चर्चा में आए. शहर कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल गहलोत को लगातार तीसरी बार शहर कांग्रेस की बागडोर दी गई है.
यशपाल का दो बार कटा विधानसभा टिकट...
दरअसल, कांग्रेस के आला नेताओं ने दो बार लगातार चुनाव हारने के फॉर्मूले में आने वाले नेताओं को टिकट नहीं देने का निर्णय किया था. इसी फॉर्मूले के तहत बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कद्दावर नेता भी कल्ला का टिकट काटकर तत्कालीन शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत को टिकट दिया गया था. लेकिन कल्ला समर्थकों के भारी विरोध के चलते कल्ला को टिकट दिया गया. यशपाल को बीकानेर पश्चिम से बीकानेर पूर्व में पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया. बीकानेर पूर्व से पार्टी के घोषित प्रत्याशी कन्हैयालाल झंवर का टिकट काट दिया गया. कुछ ही घंटों में बदले समीकरण में कन्हैया लाल झंवर को वापस बीकानेर पूर्व से टिकट दिया गया.
यशपाल बोले- संगठन की मजबूती के लिए करूंगा काम...
शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यशपाल गहलोत ने कहा कि वे संगठन के आदमी है. संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने जिस तरह से आम, गरीब, पीड़ित, शोषित, दलित और वंचित के लिए जन कल्याणकारी काम किए हैं. उसके बूते साल 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए वे काम करेंगे. बीकानेर पूर्व और पश्चिम दोनों सीटों पर कांग्रेस जीते यह उनका प्रयास रहेगा.