बीकानेर. पुलिस ने आखिरकार शुक्रवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए नकल गिरोह के सरगना तुलछाराम को गिरफ्तार कर लिया. पिछले दिनों हुई नगरीय विकास विभाग के राजस्व अधिकारी और अधिशाषी अधिकारी परीक्षा में बीकानेर में पकड़े गए अभ्यर्थियों के बाद तुलछाराम का नाम सामने आया था. जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी. दरअसल, बीकानेर में हुई परीक्षा के दौरान बालों में विग में ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर कुछ अभ्यर्थी पहुंचे थे. इस दौरान पुलिस की सजगता से तीन अभ्यर्थियों को पुलिस ने पकड़ लिया था और इन लोगों से तुलछाराम का संपर्क भी सामने आया था.
काफी सचेत रहता था आरोपी : तुलछाराम नकल प्रकरण के बाद से ही फरार चल रहा था और स्थान बदलकर रह रहा था. नोखा सीआई ईश्वर जांगिड़ ने बताया कि आरोपी को इस बात का अंदाजा था कि एक चूक से वह गिरफ्तार हो सकता है. इसलिए उसने अपने पास कोई मोबाइल नहीं रखा और ढणी में जहां से पकड़ा गया है, वहां ऊंचाई वाली जगह पर रह रहा था और चारपाई के नीचे सोता हुआ मिला. उन्होंने बताया कि जहां आरोपी रह रहा था, वह ऐसी जगह है जहां से वह दूर से नजर भी रख सकता था और किसी भी गाड़ी के आने की आवाज और गाड़ी की हेडलाइट से उसे पता चल सकता था.
ट्रेडिशनल तरीके की पुलिसिंग आई काम : तुलछाराम को पकडऩे वाली टीम का नेतृत्व कर रहे नोखा थानाधिकारी ईश्वर जांगिड़ ने बताया कि तुलछाराम को पकड़ने में ट्रेडिशनल पुलिसिंग काम आई और कई दिनों की मेहनत के बाद तुलछाराम पकड़ में आया. इसलिए पुलिस ने भी आरोपी को ट्रेडिशनल तरीके से पीछा करते हुए सूचना जुटाई और कनफर्म होने पर बिना हॉर्न और लाइट वाली गाड़ी के सहारे उसके ठिकाने पहुंचते हुए उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
रीट की चीट में शामिल था आरोपी : दरअसल, तुलछाराम कई बार नकल गिरोह के सरगना के रूप में कई परीक्षाओं में शामिल रहा और करीब दो साल पहले बीकानेर में चप्पल में डिवाइस लगाने वाले मामले का भी सरगना रहा. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और एकबार फिर राजस्व अधिकारी परीक्षा में भी उसका नाम सामने आने के बाद पुलिस उसकी तलाश में थी.