भीलवाड़ा. गुटखा जैसे हानिकारक उत्पादों की बिक्री पर राजस्थान में रोक है. लेकिन यह रोक सिर्फ कागजों में हैं. तंबाकू युक्त गुटखे पर बैन है. ऐसे में तंबाकू उत्पाद बनाने वाली कंपनियों ने सुपारी और तंबाकू को अलग-अलग बेचना शुरू कर दिया है. देखिये यह खास रिपोर्ट
भीलवाड़ा शहर में तमाम सरकारी कार्यालयों के बाहर, मुख्य बाजारों, बस स्टैंड, स्कूल कॉलेज के आस-पास पान मसाला और तंबाकू धड़ल्ले से बिक रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने आमजन, डॉक्टर सहित इस पर नियंत्रण करने वाले अधिकारियों से बात की. अधिकारी ये मानते हैं कि यह हानिकारक है लेकिन तंबाकू अलग पाउच में होने के कारण वे कार्रवाई नहीं कर सकते.
ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा के अजमेर चौराया, कलक्ट्रेट, जिला कारागृह, कृषि विभाग कार्यालय, रेलवे स्टेशन, गोल प्याऊ चौराहा, सिंधु नगर, रोडवेज बस स्टैंड, सांगानेरी गेट आदि जगहों का दौरा किया. तमाम जगह तंबाकू और पान मसाले के अलग-अलग पाउच बिक रहे हैं. कई जगह तो लोग खुले में स्मोकिंग करते दिखाई दिए.
पढ़ें- स्पेशल: जब प्यार को पाने के लिए रसिया बालम ने एक ही रात में नाखूनों से खोद डाली नक्की झील
जिला शिक्षा अधिकारी ब्रह्मा लाल चौधरी ने कहा कि तंबाकू सेवन से कैंसर हो सकता है. साथ ही विद्यार्थियों की कार्य क्षमता में भी कमी आती है. उन्होंने कहा कि जिले के विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को आदेश जारी कर कैंपस के बाहर 200 मीटर के दायरे में तंबाकू की बिक्री नहीं होने देने की बात कही है. साथ ही प्रतिदिन विद्यालय में विद्यार्थियों को तंबाकू सेवन से बचने के लिए प्रेरित करने को भी कहा है.
स्थानीय निवासी विनोद जागेटिया ने कहा कि आदमी को तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे बचना ही फायदेमंद है. फिर भी लोग सेवन कर रहे हैं तो वे अपने स्वास्थ्य के प्रति खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने ईटीवी भारत की मुहिम का स्वागत किया.
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभाष चौधरी ने कहा कि तमाकू बेचना और खाना दोनों प्रतिबंध होना चाहिए. आज देश में लाखों लोग कैंसर से पीड़ित होकर मर रहे हैं. उन्होंने मजदूर वर्ग से अपील की कि तंबाकू का परित्याग कर अपने आप को और परिवार को सुरक्षित रखें.
युवा अक्षत शर्मा ने कहा कि तंबाकू, बीड़ी सिगरेट के सेवन से शारीरिक के साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है. भले ही सरकार ने इस पर बैन कर दिया है लेकिन कंपनी ने अपना पैंतरा बदल दिया है. पहले एक पाउच में तंबाकू मिला हुआ गुटखा आता था. वर्तमान में तंबाकू और पान मसाले को अलग-अलग पाउच बनाकर बेचा जा रहा है.
तंबाकू की बिक्री पर कार्रवाई को लेकर ईटीवी भारत की टीम भीलवाड़ा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पहुंची. जहां खाद्य सुरक्षा निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में तंबाकू पर प्रतिबंध है. तंबाकू में निकोटिन मिला होता है. टीम लगातार जिले से सैंपल लेती है. वर्ष 2020 -21 में भी सर्च अभियान चलाया गया था.
सरकार ने तंबाकू बिक्री पर बैन लगा रखा है लेकिन वर्तमान में तंबाकू और पान मसाला पाउच अलग-अलग आते हैं, जिस पर हम कार्रवाई नहीं कर सकते. उन्होंने बताया कि 2019 में प्रदेश की लैब में नामी कंपनियों के ब्रांड का पान मसाला सैंपलिंग में फेल हो गया था लेकिन व्यापारियों ने देश की लैब में वापस टेस्ट करवाया तो सैंपल पास हो गए.
शहर के सरकारी कार्यालयों के बाहर तक तंबाकू और पान मसाले के ये पाउच मिल रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि तंबाकू और पान मसाला अलग-अलग बिकने के कारण कानूनन कार्रवाई नहीं की जा सकती. खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी कार्रवाई के नाम पर पल्ला झाड़ते हुए दिखे. अधिकारियों ने कहा कि अगर तंबाकू के पाउच पर 85 फीसदी हिस्से में सचित्र चेतावनी नहीं मिली तो ही वे कार्रवाई कर सकते हैं अन्यथा नहीं.
तंबाकू युक्त पान मसाला चबाने से लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी लेने के लिए ईटीवी भारत ने डॉ सीपी गोस्वामी से बात की. उन्होंने कहा कि तंबाकू जीवन के लिए हानिकारक है. यह मनुष्य के सभी अंगों पर प्रभाव डालता है. गुटखा चबाने से जबड़े का कैंसर हो सकता है. इससे दिमाग, किडनी, लीवर सहित काफी अंगों पर प्रभाव पड़ता है.
उन्होंने युवाओं से तंबाकू का सेवन नहीं करने, धूम्रपान से दूर रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि धूम्रपान से एक्टिवेट पैसिव दोनों प्रभाव पडता है. एक्टिव तो खुद पर प्रभाव पडता है वहीं स्मोकिंग के धुएं से पास बैठे व्यक्ति पर प्रभाव पड़ता है. इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है. तंबाकू में निकोटिन होता है जिससे मानव शरीर में काफी प्रभाव पड़ता है. ईटीवी भारत की इस पहल का डॉ गोस्वामी ने स्वागत किया.