भीलवाड़ा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के परिवार वालों का आरपीएससी (RPSC) में RAS के पद पर सलेक्शन हुआ. डोटासरा के रिश्तेदारों के इंटरव्यू में मिले नंबर पर विवाद छिड़ गया है. जिसके बाद बीजेपी डोटासरा पर निशाना साध रही है. इसको लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष और मांडल विधायक रामलाल जाट ने डोटासरा का पक्ष लिया.
विधायक रामलाल जाट ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ का आरोप लगाना गलत है. आरोप लगाना ही राजनीति नहीं होती है. तथ्यों के साथ आरोप लगाने चाहिए. राजेंद्र राठौड़ की हमेशा आरोप लगाने की प्रवृत्ति रही है. जबकि डोटासरा के परिवार वालों की काबिलियत के अनुसार ही RAS के पद पर सलेक्शन हुआ है.
विधायक रामलाल जाट ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ को कौन नहीं जानता है. किस तरह वह बोलते हैं. विधानसभा में भी बिना कागज के बोलते हैं. जहां तक डोटासरा पर आरोप लगे हैं, वह गलत है. उनके परिवार वालों का 2016 में RAS के पद पर सलेक्शन हुआ. उस समय के चेयरमैन अजीत सिंह थे उनसे पूछे.
उन्होंने कहा कि डोटासरा जी तथ्यों के साथ कह रहे हैं कि यह 2016 का सलेक्शन है. जबकि भाजपा वाले जानबूझकर अफवाह फैला रहे हैं. राजेंद्र राठौड़ मेरे भी साथी और सम्मानीय सदस्य हैं लेकिन आरोप लगाना उनकी प्रवृत्ति है.
आरपीएससी में महेंद्र कुमावत जब अध्यक्ष थे, वह सीबीआई में अधिकारी रहे थे. उन्होंने इंटरव्यू में पारदर्शिता के लिए अच्छा काम किया है. उसी पैटर्न पर वर्तमान में इंटरव्यू हो रहे हैं. मैं डोटासरा के परिवार वालों पर जो आरोप लग रहे हैं, उनको सिरे से खारिज करता हूं.
क्या है मामला
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के पुत्र और पुत्रवधू और उसके भाई को इंटरव्यू में समान नंबर मिला है. डोटासरा के बाद उनके समधी रमेश चंद पूनिया पर भी सवाल उठे. समधी रमेश चंद पूनिया चूरू जिले के जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. प्रतिभा पूनिया का आरएएस 2016 में चयन हुआ था, उनके भाई गौरव और प्रभा का भी आरएसएस 2018 मे चयन हुआ है. खास बात यह है कि तीनों के आयोग में हुए साक्षात्कार में 80-80 फीसदी अंक हैं. RPSC रिश्वत कांड के खुलासे के बाद RAS- 2018 के हुए साक्षात्कार संदेह के घेरे में आ चुके हैं.