भीलवाड़ा. जिले में मूक बधिर छात्र-छात्राओं ने उन्हीं पर आधारित बनी हुई फिल्म 'हिचकी' देखी. यह फिल्म उनको हिन्दुस्तान जिंक की ओर से निशुल्क दिखाई गई.
आपको बता दें कि इस फिल्म के दिखाने का आशय यह था कि मूक बधिर छात्राओं के जीवन में कुछ पल हंसी और खुशी के भी आ सकें.
क्या कहना है मूक बधिर छात्र-छात्राओं का
मूक बधिर छात्र-छात्राओं ने कहा कि उनकी आखें नहीं हैं. लेकिन फिल्म की आवाज सुनकर उन लोगों ने फिल्म को समझ लिया है. उन लोगों ने बताया कि फिल्म में यही समझाने की कोशिश की गई है कि यदि आप के अंदर हौंसला और अनुशासन है तो आप किसी भी मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि वे धन्यवाद करना चाहते है हिन्दुस्तान जिंक का, जिसके माध्यम से वे जीवन में पहली बार सिनेमाघर में मूवी देखे हैं. वहीं मूक बधिर विद्यालय के अध्यापिका सिस्टर लूसर ने कहा कि इस मुवी को देखने के लिए यहां पर कुल 35 बच्चें आये थे. इनमें से कई बच्चे दृष्टिहीन हैं. लेकिन उन्होंने सिर्फ सुनकर ही फिल्म का अनुभव कर लिया है. वहीं सुन सकने में असमर्थ बच्चों ने मूवी देखकर फिल्म को समझा है.