भीलवाड़ा. राजस्थान में भीलवाड़ा पुलिस ने लूट की वारदात का खुलासा किया है. वहीं, पुलिस द्वारा पूछताछ में सामने आया कि यह लुटेरे लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए गुजरात से शहर के बैंकों में रेकी करते हैं और उम्र दराज होने के कारण इन पर पुलिस का शक भी नहीं जाता. पुलिस इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर भीलवाड़ा ला रही है. इस दौरान पुलिस से लूट के इरादे से अज्ञात लोगों ने हमला किया, जिसके चलते एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है.
पुलिस उप अधीक्षक सदर रामचंद्र चौधरी ने इस वारदात का खुलासा करते हुए कहा कि जवाहर नगर निवासी नंदेश्वर शर्मा ने 25 फरवरी को रिपोर्ट दी की उसकी बेटी भाग्यवती का विवाह विच्छेद होने से उसे पति से 9 लाख रुपये मिले. यह राशि अपनी दोहिती के एफडी कराने के लिए प्राप्त हुए थे. यह रकम वह बैंक में जमा करवाने निकले, जहां 2 लाख रुपये जमा कराने के बाद बाकी 7 लाख रुपये लेकर मुख्य ब्रांच जा रहे थे.
इस दौरान कृषि मंडी चौराहा रोड पर पीछे से आए दो बाइक सवार बदमाश नकदी रखा बैग छीनकर भाग गए. इस रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया. वारदात के बाद थाना प्रभारी पुष्पा कासौटिया के नेतृत्व में टीम बनाई गई. टीम ने अथक प्रयास के बाद इस वारदात का खुलासा करते हुए गुजरात के गांधीनगर निवासी 55 वर्षीय मुन्ना सिंह और 55 वर्षीय रविंद्र उर्फ रविया को गिरफ्तार कर लिया. दोनों बदमाश अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं.
पढ़ें : बेखौफ बदमाशों का आतंक : भीलवाड़ा में दिनदहाड़े पिता-पुत्री से 7 लाख रुपये की लूट...
पुलिस टीम ने 500 किलोमीटर किया आरोपियों का पीछा : सात लाख की लूट के बाद पुलिस टीम व सायबर सैल के दीपक कुमार व चंद्रपाल सिंह ने सैकड़ों सीसीटीवी का अवलोकन किया. करीब 500 किलोमीटर तक बदमाशों का पीछा किया और दो संदिग्धों को दबोचा. दोनों ने लूट को अंजाम देना कबूल किया है.
आरोपियों को गिरफ्तार कर रहे पुलिसकर्मियों पर हुआ हमला : पुलिस उप अधीक्षक रामचंद्र ने बताया कि पुलिस टीम जब आरोपियों को गिरफ्तार कर भीलवाड़ा की ओर ला रही थी, तभी लूट की नीयत से अज्ञात लोगों ने पुलिस के वाहन पर पत्थर फेंक कर हमला कर दिया. जिसके चलते वाहन का शीशा टूट कर कार में बैठे एसआई दलपत सिंह के मुंह पर जा लगी. जिसके कारण दलपत सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. इस मामले को लेकर सुभाष नगर थाना पुलिस की ओर से मामला दर्ज करवा दिया गया है, जिसमें कार्रवाई की जाएगी.