भीलवाड़ा. जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार रात को बिगोद कस्बे के पास ओवरटेक करने के चक्कर में रोडवेज बस और क्रूजर गाड़ी में जोरदार भिड़ंत हो गई थी. इस हादसे के दौरान 9 लोगों की जान चली गई थी. वहीं उपचार के दौरान एक और व्यक्ति ने दम तोड़ दिया. अब इस हादसे में मृतकों की संख्या 10 हो गई हैं. वहीं इस घटना के बाद जिला परिवहन अधिकारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ की जांच में रोडवेज ड्राइवर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. ड्राइवर, लाइसेंस की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी ड्राइविंग कर रहा था. जिस पर जिला परिवहन अधिकारी ने रोडवेज ड्राइवर के लाइसेंस निलंबित करने का नोटिस दिया है.
यह भी पढ़ें- मोटरसाइकिल से छापा मारने पहुंचा तहसीलदार, अवैध बजरी से भरी 14 ट्रैक्टर-ट्रॉली किए जब्त
जिला परिवहन अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में जहां-जहां भी अनडिवाइडेड हाईवे है, वहां ओवर टेकिंग और ओवर स्पीडिंग के कारण बहुत बड़े एक्सीडेंट हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी यात्री गाड़ी में 9 सीट से ज्यादा होने पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही गाड़ी चलानी चाहिए.
यह भी पढ़ें- भीलवाड़ाः नगर परिषद की साधारण सभा हंगामे के बीच संपन्न, 295 करोड़ रुपए का बजट हुआ पारित
उन्होंने कहा कि इस हादसे में एक क्रूजर गाड़ी 12 सीटर और रोडवेज की बस 52 सीटर थी और दोनों की गति भी बहुत तेज थी. उन्होंने कहा कि ओवरटेक करने के प्रयास में रोडवेज के ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है. उन्होंने बताया कि रोडवेज के ड्राइवर का लाइसेंस 14 नबम्बर 2019 को समाप्त हो गया था. रोडवेज जैसे संस्थान में इस तरह के ड्राइवर को गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि रोडवेज की गाड़ी की कंडीशन भी बहुत खराब थी.