भीलवाड़ा. राजस्थान में सबकी नजर इस पर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की कैबिनेट पुनर्गठन में कौन नया मंत्री शामिल होगा और कौन मंत्रिमंडल से आउट होगा. कहा जा रहा है कि अगर चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा से विधायक और वर्तमान में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को मंत्रिमंडल से हटाया जाता है तो उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर मेवाड़ क्षेत्र से जाट समाज से पूर्व मंत्री व वर्तमान मांडल विधायक रामलाल जाट को मंत्री बनाया जा सकता है.
रामलाल जाट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काफी करीबी तो माने ही जाते हैं साथ ही उनके विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी के साथ भी अच्छे संबंध हैं. हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष जब भीलवाड़ा, राजसमंद, बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ जिले में दौरे पर आए थे, तब विधायक रामलाल जाट भी जयपुर से उनके साथ आए थे. वहीं, हाल ही में डॉक्टर सीपी जोशी के बड़े भाई के निधन पर जाट उदयपुर भी पहुंचे थे. सोमवार शाम जाट की मुलाकात उद्योगपति व कांग्रेस नेता रिजु झुनझुनवाला से भी हुई थी.
मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट के बीच भीलवाड़ा जिले से प्रतिनिधित्व देने की बात पर आलाकमान भी गौर कर रहा है. जिले के 7 विधानसभा क्षेत्रों में से पांच (भीलवाड़ा, मांडलगढ़, शाहपुरा, जहाजपुर व आसींद) पर भाजपा का कब्जा है. मांडल विधानसभा क्षेत्र से रामलाल जाट और सहाड़ा से कांग्रेस की गायत्री देवी त्रिवेदी हैं. सरकार के गठन के बाद भीलवाड़ा जिले में मंत्रिमंडल में किसी को शामिल नहीं किया गया है. क्षेत्र में अपनी लीड बनाने के लिहाज से भी कांग्रेस चाहेगी कि किसी नेता को यहां से प्रतिनिधित्व मिले. ऐसे में जाट मतदाताओं को साधने के लिए पूर्व मंत्री रामलाल को यह मौका दिया जा सकता है.
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बताया जा रहा है जिला कांग्रेस के अधिकांश पदाधिकारी भी रामलाल जाट के पक्ष में हैं. हालांकि गायत्री देवी त्रिवेदी के समर्थन में हाल ही में कांग्रेस के जिला सचिव मोहम्मद हारुन रंगरेज ने अजय माकन को पत्र लिखकर मंत्रिमंडल में शामिल करने की मांग की है. लेकिन पहली बार विधानसभा पहुंचीं गायत्री देवी के लिए आलकमान में लॉबिंग कर पाना आसान नहीं होगा. मांडल से विधायक रामलाल जाट चौथी बार विधानसभा पहुंचे हैं और पिछली गहलोत सरकार में वन एवं पर्यावरण के साथ-साथ खान मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. अगर गहलोत मंत्रिमंडल में बदलाव और विस्तार होता है तो उदयलाल आंजना को मंत्री पद से हटाने की स्थिति में ओबीसी कोटे से रामलाल जाट को मौका दिया जा सकता है.