भीलवाड़ा. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा (Rehana Rayaz visits Bhilwara) पहुंची. भीलवाड़ा के सर्किट हाउस में जिला कलेक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक के साथ पंडेर की घटना को लेकर बैठक ली. इस दौरान रेहाना रियाज ने गहलोत सरकार के महिला अत्याचार के प्रति संवेदनशील होने की वकालत की.
रेहाना रियाज ने कहा कि भाजपा के राजनेताओं को सिर्फ प्रदेश में महिला अत्याचार की घटना दिखाई देती हैं. भाजपा शासित प्रदेश की घटनाएं (RSCW President Targets BJP) दिखाई नहीं देतीं. सभ्य समाज कभी महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं को माफ नहीं करता है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो पंडेर की घटना सुर्खियों में चल रही है, वह वर्ष 2019 की है. उस समय 25 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी. गहलोत सरकार महिला अत्याचार नहीं हो इसके लिए संवेदनशील रही है.
उन्होंने कहा कि जब से मैं महिला आयोग की अध्यक्ष बनी हूं, तब से लगातार जो भी महिला पीड़ा लेकर आती है उनको वहां से संबल मिलता है. मैं प्रदेश के तमाम जिला मुख्यालय पर महिलाओं की परिवेदना सुनने जा रही हूं. वर्तमान में प्रदेश के तमाम जिला कलेक्टर व एसपी को महिला के प्रति प्रताड़ना के मामले में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दे रखे हैं. प्रदेश में भीलवाड़ा ही नहीं कहीं पर भी महिला अत्याचार होता है तो सभ्य समाज कभी इन चीजों को माफ नहीं करता है. महिलाओं को जागरूक करने के लिए जिले में जगह-जगह सेमिनार का आयोजन करवाने के निर्देश दिए गए हैं.
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प्रदेश में महिला अत्याचार को लेकर भाजपा के हमलावर होने के सवाल पर रेहाना रियाज (Rehana Rayaz Targets BJP Govt) ने कहा कि मैं लगातार मंगलवार व बुधवार को महिला आयोग में जनसुनवाई करती हूं. मुख्यमंत्री खुद महिला अत्याचार रोकने के लिए संवेदनशील हैं. भाजपा के राजनेता को सिर्फ महिला अत्याचार राजस्थान में ही दिखते हैं. देश में जहां भी भाजपा शासित राज्य हैं, जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश वहां भी महिला अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं. वहां उनको महिला अत्याचार नहीं दिखाई देता है. यहां तक की उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 25 से 30 करोड़ के करीब है, जबकि राजस्थान की जनसंख्या 6 से 7 करोड़ के बीच है. ऐसे में वहां के आंकड़े की तुलना यहां नहीं की जा सकती है.
भीलवाड़ा मामले पर बोले डीजीपी : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के पंडेर थाना इलाके में लड़कियों की स्टांप पर खरीद फरोख्त का मामला सामने आने के बाद डीजीपी एमएल लाठर ने अब प्रदेश में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को खारिज किया है. डीजीपी एमएल लाठर ने कहा कि यह राजस्थान को बदनाम करने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि पहले कुछ समाज विशेष में घर की महिलाओं से वेश्यावृत्ति कराए जाने जैसी सामाजिक कुरीति व्याप्त थी. वर्तमान में राजस्थान पुलिस की ओर से ऐसी अनैतिक गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखकर इन घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा चुका है.
भीलवाड़ा को लेकर बताई जा रही घटना करीब तीन साल पुरानी है. पुलिस ने विशेष ऑपरेशन चलाकर उस वक्त कई आरोपियों को पकड़ कर कई लड़कियों को मुक्त कराया था. लेकिन अब फिर से कथित मामले में दो पीड़ित लड़कियों के नारी निकेतन से बयान लेकर फिर ऐसी घटनाएं होने का दावा किया जा रहा है. राजस्थान को बदनाम करने वाली ऐसी घटनाओं को रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए.
क्या है मामला : हाल ही में भीलवाड़ा जिले के पंडेर कस्बे में (Rehana Rayaz visits Bhilwara) नाबालिग बालिकाओं को शपथ पत्र पर बेचने का मामला देशभर में सुर्खियों में रहा. इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ ही प्रदेश की सरकार हरकत में आ गई. वहीं भाजपा के राजनेता भी बयानबाजी करने लगे. इसी मामले को लेकर आज राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती सोमवार को भीलवाड़ा पहुंची. रेहाना रियाज भीलवाड़ा सर्किट हाउस में पहुंचने पर महिला स्वयं सहायता संगठन से जुड़ी महिलाओं ने स्वागत किया. साथ ही जिला कलेक्टर आशीष मोदी और पुलिस अधीक्षक ने भी अगवानी की.