भीलवाड़ा. जिले के आसींद पंचायत समिति क्षेत्र के लाछुड़ा गांव में बुधवार को अवैध खनन के दौरान खान का ऊपरी हिस्सा ढहने से मलबे में दबकर 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई. इस मामले में भीलवाड़ा खनिज अभियंता ने आसींद पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया था. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
भीलवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि आसींद पंचायत समिति के लाछुड़ा गांव में अवैध खनन के दौरान खदान ढहने से बड़ा हादसा हुआ था. इस हादसे में मलबे के नीचे दबने से तीन महिला और चार पुरुषों की मौत हो गई थी. मलबे में दबे मजदूरों के शवों को देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया था. सभी शवों का गुरुवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने बताया कि हादसे के बाद खनिज कार्य निदेशक दिनेश बोहरा ने आसींद थाने में मामला दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस टीम का गठन करके आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही थी. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी लाछुड़ा निवासी सिराज को गिरफ्तार किया है. जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
धड़ल्ले से जारी है अवैध खनन: भीलवाड़ा जिले में सबसे ज्यादा अवैध खनन होता है. लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते इन खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. चंद माह पहले भी बदनोर क्षेत्र में एक खदान में मलबा ढह गया था. वहीं 2 माह पूर्व बिजोलिया क्षेत्र में भी ऐसा ही हादसा हुआ था. उस हादसे में 2 मजदूरों की मौत हुई थी, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से अवैध खनन का सिलसिला लगातार जारी है.
राजस्व रिकॉर्ड में किया परिवर्तन: लाछुड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र में अवैध खनन से 7 लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन नींद से जागा. जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने अवैध खनन के क्षेत्र का भू रूपांतरण करते हुए उनको बिलानाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करा दिया है.