भीलवाड़ा. भीलवाड़ा जिले की हुरडा तहसील में स्थित तहसीलदार के कमरे में आज पटवारी संदीप मीणा ने आत्महत्या कर ली है. जिसके बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई. इसकी सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई. आनन फानन में मौके पर प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी पहुंचे. पुलिस अधिकारी जांच में जुट गए हैं और पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर पटवारी ने आत्महत्या क्यों की. फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है.
भीलवाड़ा जिले की हुरडा तहसील कार्यालय में तहसीलदार के कक्ष में आज पटवारी ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है. तहसीलदार के कमरे में उसका शव लटकता मिला है. जिससे तहसील कार्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया. सूचना पर गुलाबपुरा एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस उप अधीक्षक व थाना अधिकारी मौके पर पहुंचे. वहां हुरडा तहसील के तहसीलदार शिल्पा चौधरी ने बताया कि आज सुबह तहसील कार्यालय में सफाई करने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पहुंचा. इस दौरान उसने देखा कि तहसील कार्यालय का मुख्य द्वार खुला था. तहसीलदार के कमरे मे पटवारी संदीप मीणा का शव मिला. जिसे देख चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने मुझे इसकी सूचना दी. उसके पश्चात मैंने गुलाबपुरा एसडीएम व पुलिस को इसकी सूचना दी और फिर वो घटनास्थल पर पहुंचीं.
संदीप मीणा हुरडा तहसील क्षेत्र में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं जो मुलत: सीकर जिले के धोड गांव का रहने वाला है. विगत दिनों ही उसका स्थानांतरण हुरड़ा तहसील में हुआ था. पुलिस एवं प्रशासन ने मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दे दी है. परिजन दोपहर तक हुरडा तहसील पहुंचेंगे. उसके बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर पटवारी संदीप ने आत्महत्या क्यों की.
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फिलहाल पुलिस अपनी जांच में जुटी है. परंतु लोगों के मन में कई सवाल भी उठ रहे हैं. पहला- जब तहसील कार्यालय रात में बंद था तो तहसील कार्यालय का मुख्य द्वार कैसे खुला या किसने खोला. दूसरा तहसीलदार के कमरे का ताला कैसे खुला. तीसरा सबसे बड़ा सवाल ये है कि संदीप ने तहसीलदार के कमरे में ही आत्महत्या क्यों की.