भीलवाड़ा. करेड़ा क्षेत्र में लगातार 1 साल से पैंथर का मूवमेंट देखा जा रहा है. वहीं गर्मी की ऋतु में क्षेत्र में पानी की कमी होने से कहीं बाहर पैथर गांव में घुस गया और बकरियों को निशाना बना लिया. लेकिन 7 दिन पूर्व क्षेत्र में वन विभाग की ओर से रखे पिंजरे में एक पैंथर आ गया था उसको वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर टॉडगढ़ स्थित रावली अभ्यारण में छोड़ा गया.
वहीं बुधवार रात्रि को करेडा क्षेत्र की कृष्णा ग्रेनाइट पर पैथर का मूवमेंट वापस देखा गया. जहां ग्रेनाइट की खदान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पैंथर कुत्ते को निवाला बनाते हुए दिख रहा है. ग्रेनाइट की खदान पर पडे़ डंपर के पास से पैथर गुजरता है और ग्रेनाइट के ऑफिस के बाहर बैठे कुत्ते को निवाला बना लेता है. लगातार पैंथर के मूवमेंट से क्षेत्र वासियों में दहशत फैली हुई है. वहीं वन विभाग ने भी अभी क्षेत्र में एक पिंजरा और लगा रखा है.
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ग्रेनाइट के संचालक ईश्वर गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि करेडा क्षेत्र में लगातार पैथर का मूवमेंट देखा जा रहा है.जहां गर्मी की ऋतु से कहीं भेड़ बकरियों को निवाला बना लिया था. अब से कुछ दिन पूर्व भी एक पैंथर पिंजरे में आ गया. लेकिन उसको दूसरी जगह छोड़ने के बाद शाम को वही दूसरा पैंथर देखा गया, जिससे खेत पर काम कर रहे किसानों, भेड़ पालकों व पशु चराने वाले मे भी दहशत कायम है. बीती रात हमारी ग्रेनाइट की खदान पर पैथर आ गया था. जो सीसीटीवी में साफ तौर पर दिख रहा है. उसने एक कुत्ते को निवाला बना लिया है. वन विभाग से यही मांग है कि एक पिजरा तो लगा रखा है. लेकिन क्षेत्र में एक दो जगह और पिंजरा लगाएं, जिससे पैंथर पिंजरे में आ जाए और लोगों में दहशत खत्म हो जाएगा.