भीलवाड़ा. जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश में सबसे पहले कोरोना पोजिटिव 20 मार्च को भीलवाड़ा में मिला था. लेकिन कुछ में ही दिनों के अंदर जिले में कोरोना के संक्रमण पर काबू पा लिया गया और देश मे भीलवाड़ा एक मॉडल के रूप मे उभरा था. लेकिन हाल ही में केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को लाने की घोषणा के बाद काफी संख्या में प्रवासी मजदूर भीलवाड़ा पहुंच रहे हैं. क्योकि, यहां के ग्रामीण क्षेत्र से काफी बड़ी संख्या में मजदूर महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश में काम करते हैं. जो प्रवासी मजदूर अपने पैतृक निवास वापस आए हैं वो सभी लोग होम क्वॉरेंटाइन में थे. लेकिन अब उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. जिससे भीलवाड़ा प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
जिले के मांडल, करेड़ा, रायपुर और सहाड़ा क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर आए हैं. जिनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. जिसके बाद जिले में अब कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 93 पर पहुंच चुका है. वहीं, लगातार प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री भी प्रतिदिन कलेक्टर राजेंद्र भट्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हालातों के बारे में जानकारी ले रहे हैं. वहीं, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और कोरोना के जिला प्रभारी केके पाठक भी लगातार जिले के क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का निरीक्षण कर रहे हैं.
भीलवाड़ा के राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डां. राजन नन्दा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि, जो नए पेशेंट आ रहे हैं, वो बाहर से आए प्रवासी हैं. उन्हीं लोगों में से पॉजिटिव निकल कर सामने आ रहे हैं. जिले में अब तक 93 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं. जिसमें से 34 लोग नेगेटिव हो चुके हैं. वर्तमान में हमें प्रवासियों को लेकर डर सता रहा है, कहीं और ज्यादा पॉजिटिव न आ जाएं.