भीलवाड़ा. जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका के साथ गैंगरेप कर कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए 4 सदस्य टीम भीलवाड़ा भेजी. टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. जिन्होंने मौका मुआयना करने के बाद कहा कि बहुत जघन्य अपराध हुआ है. इसने पूरे देश की महिलाओं को झकझोर दिया है. प्रारंभिक तौर पर पुलिस एवं प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है. उनके खिलाफ हम आयोग को रिपोर्ट सौंपेंगे और आयोग संज्ञान लेगा.
पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के बाद टीम ने बताया कि इस मामले में प्रशासन व पुलिस की घोर लापरवाही रही. उसके खिलाफ हम आयोग को रिपोर्ट करेंगे और आयोग संज्ञान लेगा. राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने कहा कि मैंने घटनास्थल का मौका मुआयना किया. इस घटना की जितनी भी भर्त्सना की जाए, उतनी कम है. भले ही बच्ची किसी भी समाज की हो, ऐसी घटनाएं आज तक मैंने विरले ही कहीं पर देखी-सुनी नहीं है. इस घटना ने मेरे को भी झकझोर कर दिया और मैं खुद बालिका के माता-पिता से मुलाकात के दौरान भावुक हो गई.
इस मुलाकात के दौरान बच्ची के माता-पिता भी भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन समय पर आ जाता, तो मैं शायद मेरी बच्ची की बॉडी देख पाता. यह आक्रोश बालिका के माता-पिता मन में है. यहां तक कि बच्चे के माता-पिता अभी तक प्रशासन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं. हमारी टीम सारे पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट राष्ट्रीय महिला आयोग को रिपोर्ट देगी. इस मामले में लापरवाही के सवाल पर ममता कुमारी ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर पुलिस प्रशासन की गलती है.
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उन्होंने कहा कि जब बच्ची का पिता एफआईआर लिखवाने गया, तो उनसे आधार कार्ड व दस्तावेज मांगे. जबकि प्रशासन और पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए. इनमें जो-जो प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों की गलती की है, उनके खिलाफ आयोग संज्ञान लेगा. आज मेरे साथ 4 सदस्यी टीम है, जिन्होंने मौका मुआयना किया है. इसमें आयोग की दो सदस्य निधि और वकील हैं. हमने धरातल पर एक-एक पहलु की जांच की. इस दौरान पुलिस व प्रशासन की गंभीर लापरवाही सामने आई है.