भीलवाड़ा. कोरोना वायरस के खौफ को देखते हुए गुरुवार को जिला प्रशासन ने भीलवाड़ा के कलेक्ट्रेट सभागार में एक आपातकालीन बैठक बुलाई. बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने सभी अधिकारियों को कोरोना वायरस से निपटने के निर्देश दिए. साथ ही जिला शिक्षा अधिकारियों को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अप्रैल माह तक बाल सभाएं स्थगित करने की भी निर्देश दिए.
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भीलवाड़ा जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग की ओर से भीलवाड़ा के कलेक्टर सभागार में जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में आपातकालीन बैठक बुलाई गई. बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाओं को अप्रैल माह के अंत तक बाल सभा स्थगित करने के निर्देश दिए है. साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले के सभी अस्पतालों में सर्दी जुकाम के लिए अलग ओपीडी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है.
बैठक में जिले के समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी, पीएमओ सहित उद्योग जगत के लोग भी मौजूद रहे. साथ ही सरकार की ओर से कोरोना वायरस के लिए अलग वार्ड का निर्माण किया गया है. जिसमें 15 बैड की व्यवस्था की गई है. वहीं वार्ड में आइसोलेशन का काम भी पूरी तरह कर लिया गया है. भीलवाड़ा जिले में चाइना से 28 मेडिकल स्टूडेंट को आबर्जवेशन में रखा गया है. यह सभी देश के अलग-अलग एयरपोर्ट से भीलवाड़ा पहुंचे है. स्टूडेंट की नियमित स्वास्थ्य जांच विभाग की टीम द्वारा की जा रही है. इन बच्चों पर आगामी 28 दिनों तक नजर रखी जाएगी.
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बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मुस्ताक खान ने कहा कि अभी जो कोरोना वायरस का भय चल रहा है, उसके लिए जिला प्रशासन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. जिले में आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामसेवक, परिषद के कर्मचारी काम करेंगे. उन्होंने कहा कि वे जिलावासी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि भीलवाड़ा जिले के वासी कॉन्फिडेंट रहे. इससे किसी को भय रखने की कोई जरूरत नहीं है. इसके लिए जिला प्रशासन ने बहुत अच्छी से तैयारी कर रखी है.