भीलवाड़ा. जिले में एक तरफ हर कोई कोरोना माहमारी कहर की मार झेल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर टिड्डी दल भी किसानों के लिए सिरदर्द बना हुआ है. ऐसे में शनिवार को भीलवाड़ा में एक बार फिर तीसरी बार टिड्डियों के दल ने शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में हमला किया. जिसके कारण इन क्षेत्रों में खेतों में लगी कपास और चारे की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
बता दें कि हमले के दौरान किसानों ने थाली और ढोल बजाकर अपनी फसल के बचाव का प्रयास किया. वहीं शहरी क्षेत्र में पहली बार टिड्डियों के दल पहुंचने से लोगों में हड़कंप मच गया. जिसके चलते लोग अपने घरों में ही बंद रहे. किसान सांवरलाल जाट ने कहा कि हमारे खेत पर टिड्डियों दल ने हमला कर दिया है. हम अपनी फसलों को बचाने के लिए थाली बजा रहे हैं. साथ ही आग का भी सहारा ले रहे हैं. ताकि टिड्डी हमारे खेत से चली जाए.
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जाट ने बताया कि हमने कपास के पौधे खेत में लगा रखे हैं और अभी फसल अंकुरित हुई है. टिड्डियों के दल ने इन पौधों को तने से काट दिया है. जिसके कारण अब यह पौधे बड़े नहीं हो पाएंगे. वहीं हलेड़ गांव के कृषि पर्यवेक्षक भूरालाल के अनुसार शनिवार को तीसरी बार टिड्डियों के दल ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हम पूरा प्रयास कर रहे हैं कि टिड्डी दल की समस्या से किसानों को बचाया जा सके, इसके लिए प्रत्येक रात्रि को इनके बैठने पर केमिकल का छिड़काव किया जा रहा है. जिससे टिड्डी दल वहीं मर जाए. उन्होंने कहा कि हम किसानों को भी सचेत कर रहे हैं कि टिड्डियों के दल से बचने की कोशिश करें.