भीलवाड़ा. महात्मा गांधी चिकित्सालय में संविदा पर कार्यरत लैब टेक्नीशियनों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बीते 3 दिन से लैब कर्मचारी काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं. साथ ही मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना में कार्यरत कार्मिकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन दिया. साथ ही चेतावनी दी कि सरकार ने साल 2018 की चयन सूची के अनुसार भर्ती नहीं की तो मजबूरन उन्हें उग्र आंदोलन करना पड़ेगा.
अखिल राजस्थान प्रयोगशाला सहायक संघ के जिला संयोजक रवि कुमार ने कहा कि पिछले 3 दिनों से हम प्रयोगशाला में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्य सरकार की प्रयोगशाला सहायक भर्ती प्रक्रिया 2018 की चयन सूची 2 साल बाद भी जारी नहीं होने से प्रदेश भर के संविदा कर्मिकों में रोष व्याप्त है.
ऐसे में महात्मा गांधी चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सभी स्थानों पर कार्यरत कार्मिकों ने सांकेतिक आंदोलन शुरू किया. साथ ही गांधीवादी तरीके से अपने अपने कार्य स्थलों पर काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं. ताकि आमजन को कोई परेशानी ना हो और विरोध भी चलता रहे.
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रवि कुमार ने अभी कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदा निविदा प्रयोगशाला सहायक ऑल लैब टेक्नीशियन जो राज्य सरकार के विभिन्न चिकित्सा संस्थाओं में मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन कर्मी को नियमित नियुक्ति प्रदान करने के लिए 29 मई 2018 को विभाग द्वारा 1 हजार 534 पदों की प्रयोगशाला सहायक सीधी भर्ती निकाली गई थी. इन पदों के लिए सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन पूर्व होने के साथ ही प्रोविजन सूची तक तैयार है. वर्तमान में सभी कार्मिक कोरोना महामारी से निपटने में पूरी भूमिका निभाते हुए सहयोग कर रहे हैं. जल्दी अगर सूची जारी नहीं हुई तो अर्थिक संकट व लंबे समय से परेशान कार्मिक कार्य बहिष्कार करने को उतारू हो जाएंगे.