ETV Bharat / state

चाहे कर्नल आये या जौनापुरिया चुनाव लडे़, इससे बीजेपी को कोई लाभ नहीं मिलेगा : कालू राम गुर्जर - bhilwara

गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में शामिल होने को लेकर गुर्जर नेता व भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कर्नल बैंसला पर निशाना साधा. उन्होंने कर्नल बैंसला को मोरल लेस आदमी कहा.

कालू राम गुर्जर ने सुखबीर जौनापुरिया और कर्नल बैंसला पर साधा निशाना
author img

By

Published : Apr 18, 2019, 1:22 PM IST

भीलवाड़ा. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में शामिल होने को लेकर कालू लाल गुर्जर ने निशाना साधा है. उन्होंने बैंसला को मोरल लेस आदमी कहा. बता दें कि गुर्जर समाज के सुखबीर सिंह जौनापुरिया को टोंक से टिकट मिलने के बाद कालू लाल गुर्जर भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे. लेकिन जौनपुरिया को टिकट मिलने के कारण कालू लाल गुर्जर को टिकट नहीं मिला. जिसका दर्द भी आज ईटीवी भारत के सामने दबी जुबान में छलक पड़ा.

कालू राम गुर्जर ने सुखबीर जौनापुरिया और कर्नल बैंसला पर साधा निशाना

गुर्जर समाज के प्रमुख नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भाजपा में शामिल हो गये. जिसको लेकर भाजपा के पूर्व मंत्री और गुर्जर समाज के राजनेता कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कर्नल बैंसला मेरी निगाह में मोरल लेस आदमी है. उनका कोई मोरल नहीं है. वो अनेक बार पार्टियां बदल चुके हैं. पहले ओम माथुर कहते थे कर्नल बैंसला बीजेपी का कार्यकर्ता है, हमारा है. लेकिन जब उन्होंने आंदोलन की शुरुआत की, सरकार की खिलाफत की तब माथुर ने कहा कि बैसला हमारा नहीं है. जैसे ही आंदोलन समाप्त हुआ बीजेपी ने भी टिकट दे दिया. उसने बीजेपी ज्वाइन कर ली जबकि बैंसला ने आंदोलन के समय गुर्जरों को कहा था कि मैं कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा. अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो मेरे को जमीन में गाड़ देना. उसके बाद भी बैंसला ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, तब गुर्जर समाज ने उनको हराया. हराने के बाद भी बैंसला को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया. आश्चर्य है कि बीजेपी से थोड़े दिन बाद बैंसला कांग्रेस में चले गए कांग्रेस का काम किया. जब वसुंधरा राजस्थान की मुख्यमंत्री उस समय चार उप-चुनाव हुए. जिसमें बैंसला ने बीजेपी का विरोध किया.आंदोलन किए अब वापस बीजेपी में आ गए हैं. ऐसे मोरल लेस आदमी से मेरा यह कहना है कि बीजेपी को कोई लाभ नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी मे पुराने आदमी है. उनको प्रोत्साहन देना चाहिए. बैसला से भाजपा को कोई लाभ नहीं मिलेगा. इससे भारी नुकसान होगा और जो लोग पुराने हैं, उनका मोरल डाउन होगा.

साथ ही कालू राम गुर्जर ने जौनापुरिया को टिकट दिए जाने को लेकर कहा कि मैं भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व की आलोचना नहीं करता. मगर यह सच है कि भाजपा राजस्थान के स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं देती है. पहले जौनापुरिया को दिया अब वापस जौनापुरिया को टोंक से टिकट दे दिया. इससे पहले नाथू सिंह गुर्जर को जरूर टिकट दिया था. राजस्थान में बाहर से आने वाले गुर्जर नेताओं ने टिकट दिया. यहां लोकल लीडरशिप को खत्म कर दिया. मेरा यह कहना है कि बीजेपी को भी टिकट देते समय बाहर का प्रेम छोड़ना चाहिए.

इस दौरान उन्होंने कर्नल और जौनापुरिया को लेकर कहा कि चाहे कर्नल आये या जोनापुरिया चुनाव लडे़, इससे बीजेपी को कोई लाभ नहीं मिलेगा. जो भाजपा के पुराने राजनेता हैं, उन लोगों को आगे लाने का प्रयास करना चाहिए.

भीलवाड़ा. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में शामिल होने को लेकर कालू लाल गुर्जर ने निशाना साधा है. उन्होंने बैंसला को मोरल लेस आदमी कहा. बता दें कि गुर्जर समाज के सुखबीर सिंह जौनापुरिया को टोंक से टिकट मिलने के बाद कालू लाल गुर्जर भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे. लेकिन जौनपुरिया को टिकट मिलने के कारण कालू लाल गुर्जर को टिकट नहीं मिला. जिसका दर्द भी आज ईटीवी भारत के सामने दबी जुबान में छलक पड़ा.

कालू राम गुर्जर ने सुखबीर जौनापुरिया और कर्नल बैंसला पर साधा निशाना

गुर्जर समाज के प्रमुख नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भाजपा में शामिल हो गये. जिसको लेकर भाजपा के पूर्व मंत्री और गुर्जर समाज के राजनेता कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि कर्नल बैंसला मेरी निगाह में मोरल लेस आदमी है. उनका कोई मोरल नहीं है. वो अनेक बार पार्टियां बदल चुके हैं. पहले ओम माथुर कहते थे कर्नल बैंसला बीजेपी का कार्यकर्ता है, हमारा है. लेकिन जब उन्होंने आंदोलन की शुरुआत की, सरकार की खिलाफत की तब माथुर ने कहा कि बैसला हमारा नहीं है. जैसे ही आंदोलन समाप्त हुआ बीजेपी ने भी टिकट दे दिया. उसने बीजेपी ज्वाइन कर ली जबकि बैंसला ने आंदोलन के समय गुर्जरों को कहा था कि मैं कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा. अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो मेरे को जमीन में गाड़ देना. उसके बाद भी बैंसला ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, तब गुर्जर समाज ने उनको हराया. हराने के बाद भी बैंसला को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया. आश्चर्य है कि बीजेपी से थोड़े दिन बाद बैंसला कांग्रेस में चले गए कांग्रेस का काम किया. जब वसुंधरा राजस्थान की मुख्यमंत्री उस समय चार उप-चुनाव हुए. जिसमें बैंसला ने बीजेपी का विरोध किया.आंदोलन किए अब वापस बीजेपी में आ गए हैं. ऐसे मोरल लेस आदमी से मेरा यह कहना है कि बीजेपी को कोई लाभ नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी मे पुराने आदमी है. उनको प्रोत्साहन देना चाहिए. बैसला से भाजपा को कोई लाभ नहीं मिलेगा. इससे भारी नुकसान होगा और जो लोग पुराने हैं, उनका मोरल डाउन होगा.

साथ ही कालू राम गुर्जर ने जौनापुरिया को टिकट दिए जाने को लेकर कहा कि मैं भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व की आलोचना नहीं करता. मगर यह सच है कि भाजपा राजस्थान के स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं देती है. पहले जौनापुरिया को दिया अब वापस जौनापुरिया को टोंक से टिकट दे दिया. इससे पहले नाथू सिंह गुर्जर को जरूर टिकट दिया था. राजस्थान में बाहर से आने वाले गुर्जर नेताओं ने टिकट दिया. यहां लोकल लीडरशिप को खत्म कर दिया. मेरा यह कहना है कि बीजेपी को भी टिकट देते समय बाहर का प्रेम छोड़ना चाहिए.

इस दौरान उन्होंने कर्नल और जौनापुरिया को लेकर कहा कि चाहे कर्नल आये या जोनापुरिया चुनाव लडे़, इससे बीजेपी को कोई लाभ नहीं मिलेगा. जो भाजपा के पुराने राजनेता हैं, उन लोगों को आगे लाने का प्रयास करना चाहिए.

Intro:भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर को लोकसभा से टिकट नहीं मिलने के कारण छलका दर्द

कर्नल बैंसला पर साधा निशाना ,कर्नल बैंसला को खुद की नजर में बताया मोरल लैस

कर्नल बैंसला से भाजपा को नहीं मिलेगा कोई लाभ

बीजेपी को टिकट देते समय बाहर का छोड़ना चाहिए प्रेम - कालुलाल गुर्जर

क्या भाजपा को राजस्थान में एक भी गुर्जर नेता नहीं देता है दिखाई

भीलवाड़ा - गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भाजपा में शामिल होने को लेकर गुर्जर नेता व भाजपा के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कर्नल बैंसला पर निशाना साधा और कर्नल बैंसला को कालू लाल गुर्जर ने कहा कि बैसला मेरी नजर में मोरल लेस आदमी है । वही गुर्जर समाज के सुखवीर सिह जोनापुरिया को टोंक से टिकट मिलने के बाद कालू लाल गुर्जर भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन जौनपुरिया को टिकट मिलने के कारण कालु लाल गुर्जर को टिकट नहीं मिला जिसका दर्द भी आज ईटीवी भारत के सामने दबी जुबान से छलक पड़ा।


Body:गुर्जर समाज के प्रमुख नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भाजपा में शामिल हो गये उसको लेकर भाजपा के पूर्व मंत्री और गुर्जर समाज की राजनेता कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि देखिए कर्नल बैंसला मेरी निगाह में मोरल लेस आदमी है। उनका कोई मोरल नहीं है । अनेक बार पार्टियां बदल चुके हैं। पहले ओम माथुर कहते थे कर्नल बैंसला बीजेपी का कार्यकर्ता है हमारा है लेकिन जब उन्होंने आंदोलन की शुरुआत की सरकार की खिलाफत की तब माथुर ने कहा कि बैसला हमारा नहीं है जैसे ही आंदोलन समाप्त हुआ बीजेपी ने भी टिकट दे दिया उसने बीजेपी ज्वाइन कर ली जबकि बैंसला ने आंदोलन के समय गुर्जरों को कहा था कि मैं कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा और अगर मैं चुनाव लड़ता हूं तो मेरे को जमीन में गाड़ देना उसके बाद भी बैसला ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था तब गुर्जर समाज ने उनको हराया। हराने के बाद भी बैंसला को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया। आश्चर्य है ।बीजेपी से थोड़े दिन बाद बैंसला कांग्रेस में चले गए कांग्रेस का काम किया। जब वसुंधरा मुख्यमंत्री राजस्थान की थी उस समय चार उप चुनाव हुये ।जिसमे बीजेपी का विरोध किया ।आंदोलन किया अब वापस बीजेपी में आ गए हैं। ऐसे मोरल लेस आदमी से मेरा यह कहना है कि बीजेपी को कोई लाभ नहीं है ।

बीजेपी मे पुराने आदमी है उनको प्रोत्साहन देना चाहिए । बैसला से भाजपा को कोई लाभ नहीं मिलेगा। इससे भारी नुकसान होगा ओर जो लोग पुराने हैं उनका मोरल डाउन होगा ।

मैं भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व की आलोचना नहीं करता मगर यह सच है कि भाजपा राजस्थान के स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं देती है पहले जोनापुरिया को दिया अब वापिस जोनापुरिया टोंक से टिकट दे दिया । इससे पहले नाथू सिंह गुर्जर को जरूर टिकट दिया था और वह विजई हुए ।
राजस्थान में बाहर से आने वाले गुर्जर नेताओं ने टिकट दिया बाहर से आने वाले गुर्जर नेताओं ने गुर्जरों के आधार पर शासन पर कब्जा कर लिया चाहे सचिन पायलट ,राजेश पायलट हो

यहा लोकल लीडरशिप को खत्म कर दिया मेरा यह कहना है कि बीजेपी को भी टिकट देते समय बाहर का प्रेम छोड़ना चाहिए
ज्यादा से ज्यादा अच्छा काम करे तो उस राजनेता को राज्यसभा में भेजना चाहिए मैंने तो मेरे अधिकारियों को भी कहा की क्या राजस्थान में किसी गुजरी ने ऐसा बेटा पैदा नहीं किया जो लोकसभा का चुनाव लड़ नहीं सके जो दिल्ली से लाकर चुनाव लड़ना पड़ रहा है। मेरा कहना चाहे कर्नल आये या जोनापुरिया चुनाव लडे इससे बीजेपी को कोई लाभ नहीं मिलेगा । जो भाजपा के पुराने राजनेति हैं उन लोगों को आगे लाने का प्रयास करना चाहिए।


Conclusion:अब देखना यह होगा कि गुर्जर समाज इस चुनाव में किस तरह बढ़ता है और कौन सी पार्टी का सहयोग करता है यह तो आने वाला वक्त बताएगा

सोम दत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

वन-टू-वन - कालुलाल गुर्जर
पूर्व मंत्री भाजपा , गुर्जर राजनेता
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.