भीलवाड़ा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सावरकर पर दिए बयान को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ राजनेता कालू लाल गुर्जर ने डोटासरा का धन्यवाद दिया. कालू लाल गुर्जर ने कहा कि डोटासरा ने वास्तविकता को स्वीकार किया है. जबकि कांग्रेस के अन्य राजनेता वास्तविकता को स्वीकार नहीं करते थे. मैं तो डोटासरा को सलाह देता हूं कि अगर कांग्रेस की विचारधारा उनको मेल नहीं खाती तो हिंदुत्व की विचारधारा वाली पार्टी को पकड़ना चाहिए.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने वीर सावरकर को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि सावरकर के हिंदू राष्ट्र की मांग गलत नहीं थी. उन्होंने ये सब कांग्रेस मुख्यालय में कहा. डोटासरा ने कहा कि आजादी के बाद हिंदू राष्ट्र की मांग गलत है लेकिन पहले ये बिलकुल सही थी.
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इस बयान को लेकर प्रदेश में विपक्षी पार्टी भाजपा ने सियासत शुरू कर दी है. भाजपा के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे तो ऐसा लगता है कि डोटासरा जी का जमीर जागा है. वह भी एक हिंदू है.
मुझे भी लगता है कि डोटासरा पुराने समय हिंदू महासभा या RSS में रहे होंगे. आखिर उन्होंने कांग्रेस में जाने के बाद उनकी भावनाओं पर पर्दा डाल कर रखा था. फिर भी कभी कभार ऐसे अवसर आ ही जाते हैं, जिनमें उनके मन की बात बाहर आ जाती है. कोई बात नहीं डोटासरा देर आए दुरुस्त आए.
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मेरी तो सलाह यह है कि उनको कांग्रेस की विचारधारा उनसे मेल नहीं खाती है तो हिंदुत्व की विचारधारा वाली पार्टी को पकड़ना चाहिए. उन्होंने वीर सावरकर के बारे में कहा उनसे उनकी भावना यही लगती कि वह वास्तव में अच्छे हिंदूवादी है लेकिन गलती से कांग्रेस में फंस गए हैं. उनको सोचकर देखना चाहिए. वह जो बयान दिया हैं मैं तो उनका यही अर्थ निकालता हूं.
कालूलाल गुर्जर ने कहा कि डोटासरा को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने वास्तविकता को स्वीकार किया. राजस्थान में शिक्षा मंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होते हुए उन्होंने वास्तविकता को स्वीकार किया है. जिससे अन्य कांग्रेस के राजनेता स्वीकार नहीं करते थे.