भीलवाड़ा. जिले के शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक कैलाश मेघवाल ने रविवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. साथ ही कहा कि केंद्रीय मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के कारण उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया और मैदान में पैराशूट प्रत्याशी को उतारा गया है. आगे उन्होंने कहा कि वो जन संघ के जमाने से पार्टी में सक्रिय रहे, लेकिन मौजूदा समय में इस पार्टी की रीति और नीति में काफी बदलाव आ गया है. मेघवाल ने कहा कि क्षेत्र की जनता की मांग पर सोमवार को वो बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद भी वो किसी भी सूरत में भाजपा के साथ नहीं जाएंगे, क्योंकि इस पार्टी ने उन्हें अपमानित करने का काम किया है.
मेघवाल ने किया जीत का दावा : केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर आरोप लगाने के बाद भाजपा से निष्कासित वरिष्ठ नेता कैलाश मेघवाल ने अब शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. मेघवाल छह बार विधायक, कैबिनेट मंत्री और तीन बार लोकसभा सदस्य के साथ ही केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. 90 साल की उम्र में भी उन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि वो पिछले बार की तरह ही इस बार भी रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे.
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भाजपा पर निशाना साधते हुए मेघवाल ने कहा कि वर्तमान में भाजपा जिस तरह से देश में सियासत कर रही है, वो उचित नहीं है. आज आलम यह है कि केंद्र में भले की भाजपा की सरकार हो, लेकिन राज्यों में दूसरी पार्टियों का दबदबा कायम है. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि जनता का भाजपा पर से विश्वास उठ रहा है. मेघवाल ने कहा कि राज्यों में सरकारों को गिराने के लिए जीते विधायकों की खरीद फरोख्त की जा रही है, जो सही नहीं है और ये लोकतंत्र की एक तरह से हत्या है. उन्होंने कहा कि वो एक सैद्धांतिक व्यक्ति हैं. वो नैतिकता की राजनीति में भरोसा करते हैं. यही वजह है कि वो खुद को वर्तमान में भाजपा में अपमानित महसूस कर रहे थे.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अर्जुन राम मेघवाल पर आरोप लगाने के कारण ही उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया. उन्होंने कहा कि जो आरोप वो लगाए थे, उसके पास उसके पुख्ता प्रमाण भी थे और कई दस्तावेज भी हैं.