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भीलवाड़ा पंचायत चुनाव मैदान में महिला जनप्रतिनिधि नदारद, पति चुनाव प्रचार में जुटे

महिलाओं की राजनीति में भागीदारी बढ़ी है लेकिन आज भी महिलाओं को चुनाव में उतार कर उनके पति या पिता अप्रत्यक्ष राजनीति करते नजर आते हैं. ऐसा ही एक मामला भीलवाड़ा में देखने को मिला, जहां पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवार के बदले उनके पति प्रचार करते नजर आएं.

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Published : Nov 19, 2020, 1:29 PM IST

भीलवाड़ा पंचायत चुनाव 2020, Bhilwara news
भीलवाड़ा महिला प्रत्याशी के बदले पति प्रचार में जुटे

भीलवाड़ा. भले ही चुनाव मैदान में महिला की भागीदारी की बात कही जाती है लेकिन महिलाओं को भले ही टिकट दे दिया जाता है लेकिन प्रचार का जिम्मा उनके परिवार वाले सभालते हैं. ऐसा ही नजारा भीलवाड़ा जिले की खेजड़ी क्षेत्र में देखने को मिला. जहां पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवार उषा देवी प्रचार के दौरान नदारद नजर आ रही हैं. जबकि उनके पति ने प्रचार की पूरी कमान संभाल रखी है.

भीलवाड़ा महिला प्रत्याशी के बदले पति प्रचार में जुटे

देश में प्रमुख राजनीतिक दल महिला भागीदारी की बात करते हैं.महिलाओं को समानता का अधिकार मिले, इसके लिए सरकार ने समाजिक, न्यायिक रूप से कानून बनाकर उन्हें समान अधिकार देने की पूरी कोशिश की है. साथ ही उन्हें राजनीतिक रूप से भी सश्कत बनाने के लिए उन्हें चुनाव लड़ने का भी अधिकार दिया है, जिससे महिलाएं राजनीतिक रूप से भी सशक्त बने लेकिन आज भी कई जगह महिलाएं नाम के लिए चुनाव लड़ रही हैं. सरकार की महिलाओं को घर के चौखट से निकाल कर एक अच्छे नेता बनाने के जो कवायद थी, वह कमजोर पड़ती नजर आती है, जब महिलाएं चुनाव लड़ती तो हैं लेकिन उनका सारा कामकाज उनके घर के पुरुष या पति द्वारा किया जाता है. ऐसे में कई बार पार्षद पति औ मुखिया पति जैसे शब्द देखने को मिलते हैं. जहां नाम के लिए महिलाएं पद पर होती हैं लेकिन कार्यभार पति संभालते हैं.

कांग्रेस प्रत्याशी गैर मौजूद, पति प्रचार में जुटे

हुरड़ा पंचायत समिति की खेजड़ी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर देखने को मिला. जहां कांग्रेस की ओर से उषा देवी को पंचायत समिति सदस्य का उम्मीदवार बनाया गया. जहां उनके समर्थन में कांग्रेस से पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा व कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी मनीष मेवाड़ा उनके समर्थन में प्रचार करने गांव पहुंचे लेकिन नुक्कड़ सभा के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी गैर मौजूद रही. जबकि उनके पति प्रचार के दौरान मौजूद रहे. वह अपनी पत्नी के समर्थन में बार-बार लोगों से वोट मांगते हुए कह रहे थे कि पंचायत राज चुनाव में कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए कांग्रेस के समर्थन में पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य के प्रत्याशी को विजय बनाएं.

यह भी पढ़ें. पंचायत चुनाव: बहू को चुनाव जिताने के लिए मैदान में उतरीं 80 साल की 'दादी'

वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के बाद विधायक प्रत्याशी मनीष मेवाड़ा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि इस पंचायत राज चुनाव में हम गांव के विकास के मुद्दे पर चुनाव मैदान में जा रहे हैं. जहां गांव में खेल मैदान सहित अत्याधुनिक सुविधा युक्त तमाम विकास कार्य करवाने के वादे किए जा रहे हैं.

क्षेत्रीय महिला जनप्रतिनिधि के गैर मौजूद होने के सवाल पर मनीष मेवाड़ा ने कहा कि आज उनके आसपास गमी का माहौल है. इसलिए महिला जनप्रतिनिधि मौजूद नहीं है. अब जब भी भविष्य में कोई सभा होगी, तब वह जरूर मौजूद रहेगी.

भीलवाड़ा. भले ही चुनाव मैदान में महिला की भागीदारी की बात कही जाती है लेकिन महिलाओं को भले ही टिकट दे दिया जाता है लेकिन प्रचार का जिम्मा उनके परिवार वाले सभालते हैं. ऐसा ही नजारा भीलवाड़ा जिले की खेजड़ी क्षेत्र में देखने को मिला. जहां पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवार उषा देवी प्रचार के दौरान नदारद नजर आ रही हैं. जबकि उनके पति ने प्रचार की पूरी कमान संभाल रखी है.

भीलवाड़ा महिला प्रत्याशी के बदले पति प्रचार में जुटे

देश में प्रमुख राजनीतिक दल महिला भागीदारी की बात करते हैं.महिलाओं को समानता का अधिकार मिले, इसके लिए सरकार ने समाजिक, न्यायिक रूप से कानून बनाकर उन्हें समान अधिकार देने की पूरी कोशिश की है. साथ ही उन्हें राजनीतिक रूप से भी सश्कत बनाने के लिए उन्हें चुनाव लड़ने का भी अधिकार दिया है, जिससे महिलाएं राजनीतिक रूप से भी सशक्त बने लेकिन आज भी कई जगह महिलाएं नाम के लिए चुनाव लड़ रही हैं. सरकार की महिलाओं को घर के चौखट से निकाल कर एक अच्छे नेता बनाने के जो कवायद थी, वह कमजोर पड़ती नजर आती है, जब महिलाएं चुनाव लड़ती तो हैं लेकिन उनका सारा कामकाज उनके घर के पुरुष या पति द्वारा किया जाता है. ऐसे में कई बार पार्षद पति औ मुखिया पति जैसे शब्द देखने को मिलते हैं. जहां नाम के लिए महिलाएं पद पर होती हैं लेकिन कार्यभार पति संभालते हैं.

कांग्रेस प्रत्याशी गैर मौजूद, पति प्रचार में जुटे

हुरड़ा पंचायत समिति की खेजड़ी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर देखने को मिला. जहां कांग्रेस की ओर से उषा देवी को पंचायत समिति सदस्य का उम्मीदवार बनाया गया. जहां उनके समर्थन में कांग्रेस से पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा व कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी मनीष मेवाड़ा उनके समर्थन में प्रचार करने गांव पहुंचे लेकिन नुक्कड़ सभा के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी गैर मौजूद रही. जबकि उनके पति प्रचार के दौरान मौजूद रहे. वह अपनी पत्नी के समर्थन में बार-बार लोगों से वोट मांगते हुए कह रहे थे कि पंचायत राज चुनाव में कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए कांग्रेस के समर्थन में पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य के प्रत्याशी को विजय बनाएं.

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वहीं कार्यक्रम की समाप्ति के बाद विधायक प्रत्याशी मनीष मेवाड़ा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि इस पंचायत राज चुनाव में हम गांव के विकास के मुद्दे पर चुनाव मैदान में जा रहे हैं. जहां गांव में खेल मैदान सहित अत्याधुनिक सुविधा युक्त तमाम विकास कार्य करवाने के वादे किए जा रहे हैं.

क्षेत्रीय महिला जनप्रतिनिधि के गैर मौजूद होने के सवाल पर मनीष मेवाड़ा ने कहा कि आज उनके आसपास गमी का माहौल है. इसलिए महिला जनप्रतिनिधि मौजूद नहीं है. अब जब भी भविष्य में कोई सभा होगी, तब वह जरूर मौजूद रहेगी.

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