भीलवाड़ा. देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ ही अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत सामने आ रही है. इस मुश्किल दौर में लोग एक दूसरे की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. ऐसे ही भीलवाड़ा शहर के युवाओं ने एक ग्रुप बनाया है, जिसमें वो कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा पहुंचाने से लेकर जरुरतमंदों तक खाना भी पहुंचा रहे हैं.
250 कोविड-19 मरीजों की मदद की
ईटीवी से खास बातचीत करते हुए युवाओं ने बताया कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर की शुरुआत से ही हमने एक छोटा सा 'help bhilwara' के नाम से ग्रुप बनाया था. जिसमें सिर्फ युवा और छात्र ही है. आज के समय में अव्यवस्थाओं को लेकर हमने जरूरतमंदों की एक छोटे स्तर पर मदद करना शुरू किया. जिसमें हम कोविड-19 के जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर, मेडिकल उपकरण और भोजन सामग्री उपलब्ध करवाते हैं. इस ग्रुप में हमने 2-2 जन की अलग-अलग टीम बनाई है, जो अलग-अलग व्यवस्थाओं को संभाल लेती है. अभी हमारी 36 से 40 युवा छात्र-छात्राओं की टीम है. अब तक 250 कोविड-19 मरीजों की मदद कर चुके हैं. इसके साथ ही 200 के करीब लोगों को राशन की व्यवस्थाएं करवाई है.
यह भी पढ़ें. खुद की उखड़ती सांसों की परवाह छोड़ वृद्धा ने गंभीर युवक के लिए छोड़ा बेड, कहा- हमने तो जी ली जिंदगी
लोगों की मदद कर रहे महेंद्र का कहना है कि कोविड-19 अभी स्थिति चल रही है, जहां हर कहीं ऑक्सीजन की काफी कमी हो रही है. ऐसे में हम कोविड-19 मरीजों का सिटी स्कोर और ऑक्सीजन लेवल का पूरा रिपोर्ट मंगवाते हैं. जिसके बाद हम तय करते हैं कि किस व्यक्ति को असल में ऑक्सीजन की ज्यादा आवश्यकता है. हम उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाते हैं. ऐसे में अन्य व्यक्तियों के लिए और दूसरे आयुर्वेदिक तरीके से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का प्रयास करते हैं.
ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा के साथ युवा राशन वितरण कर रही हैं. दीपक शर्मा का कहना है कि अभी की स्थिति देखा जाए तो मध्यमवर्ग और रोजमर्रा के कमाने वाले व्यक्तियों को राशन की आवश्यकता होती है. ऐसे में हम उन्हें कहीं से उन्हें राशन उपलब्ध करवाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे महामारी का दौर बढ़ रहा है. वैसे ही महंगाई भी बढ़ रही है. राशन डीलर या फिर सब्जी फल विक्रेता उन्हें दोगुना रकम में बेच रहे हैं. जिसके कारण हमें भी समस्या हो रही है हम हमारे स्तर पर रुपए जमा करते हैं. जिसमें से कुछ लोग जो करने वाले होते हैं और कुछ साथ रहे हम लोग सब की जेब खर्च एक करके इनके राशन की व्यवस्थाएं करते हैं.
यह भी पढ़ें. कोरोना डेडीकेटेड अस्पताल इलाज के लिए नहीं कर सकेंगे मना, डे-केयर की सुविधा शुरू करने के निर्देश
प्लाज्मा डोनेट के लिए करते हैं प्रोत्साहित
टीम से जुड़ी अवनी पंचोली कहती हैं कि वो लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित करती हैं. आज भी लोगों के मन में प्लाज्मा को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां है जिसको लेकर मैं समझाइश करके उन्हें प्रोत्साहित करने का प्रयास करती हूं. अवनी ने लोगों से अपील करते हुए कहते हैं कि हर एक इंसान के अंदर एक भगवान का रूप होता है तो मेरा सब से यही गुजारिश है कि लोग अपनी इंसानियत को बाहर निकाले और सभी जरूरतमंदों की मदद करें.
ऐसे करते हैं लोगों की मदद
हेल्प भीलवाड़ा से जुड़े गौरव शाह ने बताया कि उन्होंने निजी मोबाइल नंबर हर एक ग्रुप में और हर एक व्यक्ति को भेज दिए हैं. जिसके कारण जरूरतमंद उनसे सीधा संपर्क कर सकते हैं. गौरव कहते हैं कि हमारा मुख्य रूप से कार्य है कि हम अलग-अलग सरकारी और निजी अस्पताल के मोबाइल नंबर रखते हैं. जिसमें हम लगातार प्रयास करते हैं कि अस्पताल में बेड खाली हो तो वह हम किसी को उपलब्ध करा सके. इसी के साथ ही हमने कई फैक्ट्रियों और वेल्डिंग करने वाले लोगों के नंबर भी ले रखे हैं. जिससे हम ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करते हैं. हमारे पास जुगाड़ करके 25 ऑक्सीजन सिलेंडर है, जो हम अलग-अलग कोविड-19 मरीज को जरूरत के अनुसार पहुंचाते हैं. हम यह 25 ऑक्सीजन सिलेंडर 90 लोगों तक अलग-अलग समय अवधि के अनुसार पहुंचाते हैं.
हालांकि, इन युवाओं की मदद करने में कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है. ये आम छात्र हैं मगर इनके पास संस्था का सर्टिफिकेट नहीं होने से आए दिन इन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इनका कहना है कि पुलिस रोक हमें रोक लेती है तो कभी हॉस्पिटल के चिकित्सक भी सहायता नहीं करते हैं.