भीलवाड़ा. जिले में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे. यहां भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के समस्त राजस्व अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान बैठक में चौधरी ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द भीलवाड़ा जिले के तमाम राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन किया जाए. जिससे किसानों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़े. साथ ही जहां भी राजस्व मामले की पेंडेंसी चल रही है उनका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए.
वहीं, वर्षा ऋतु में राजस्थान में इस बार सौ से ज्यादा बालकों की मौत पानी के गड्ढे में डूबने से हुई. जिस पर चौधरी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मिट्टी खनन के लिए एसटीपी जारी करने से पहले हमे देखना होगा कि वह वापस उस मिट्टी के खनन के बाद खड्डे को समतल करता है तो ही उसको एसटीपी जारी करनी चाहिए वरना नहीं. इसलिए भविष्य में मिट्टी खनन के लिए एसटीपी जारी करते समय एसटीपी होल्डर को पाबंद करने के निर्देश दिए.
साथ ही बैठक में जिले के समस्त तहसीलदार से प्रत्येक तहसील की बारीकी से जानकारी लेते हुए चौधरी ने कहा कि वहां राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने के बाद किसानों से संवाद स्थापित करें. जिससे उनके मन में किसी प्रकार की भ्रांति नहीं फैले.
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बता दें कि बैठक में जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट, कांग्रेस विधायक रामलाल जाट सहित जिले के समस्त राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. अब देखना यह होगा कि राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की जिला स्तरीय मीटिंग के बाद राजस्व रिकार्ड ऑनलाइन करते है या नहीं. जिससे राजस्व के मामले में पारदर्शिता आ सके और किसानों के राजस्व मामलों का समय पर निस्तारण हो सके.