भीलवाड़ा. मावठ की बरसात के बाद जिले के किसान खुश हैं. खेतों में खड़ी फसलें लहलहाने लगी हैं. इस बारिश से सबसे ज्यादा फायदा सरसों, तारामीरा और चने की फसल को होगा. कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉक्टर इंद्रर सिंह संचेती ने कहा कि मावठ की बरसात से रबी की फसल की बुवाई का रकबा भी बढ़ेगा. उन्होने कहा कि इस बरसात के कारण फसलों में नमी ज्यादा होगी और चना, सरसों व तारामीरा की फसल अच्छी होगी और उत्पादन भी बढ़ेगा.
भीलवाड़ा में कृषि विभाग ने रबी की फसल के लिए 2 लाख 70 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. इस बार किसानों ने गेहूं, जौ, तारामीरा, सरसों, चना व जीरे की फसल की बुवाई की है.चने की फसल की शत प्रतिशत बुवाई हो चुकी है. हाल ही में हुई मावठ की बरसात के बाद गेहूं की फसल की बुवाई का भी लक्ष्य बढ़ेगा.
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फसलों के लिए वरदान साबित होगी बारिश: मावठ की बरसात व लगातार चल रहे कोहरे के कारण बारानी क्षेत्र में बोई गई तारामीरा ,सरसों व चने की फसल में फायदा होगा. मावठ की बारिश के कारण फसलों में नमी बनी रहेगी और फसलों का उत्पादन भी अच्छा होगा. बरसात से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. किसानों को उम्मीद है कि ये बारिश फसलों के लिए वरदान साबित होगी. मावठ की बरसात होने से अब किसानों को पाला पड़ने की चिंता नहीं रहेगी, क्योंकि फसल में नमी रहने के कारण पाला पड़ने की संभावना कम रहती है.