भीलवाड़ा. जिले में शुक्रवार से ही मानसून ने अलविदा लेने से पहले एक बार फिर से दस्तक दी है. जहां कई जगह मूसलाधार बारिश हुई तो कई जगह रिमझिम बारिश का दौर रहा. वहीं शनिवार को सुबह से ही ऐसी ही स्थिति बनी रही. जिसके कारण खेतों में पड़े किसानों के पड़े खरीफ की फसलें खराब होने के कगार पर आ गई है.
बता दें कि शहर में सुबह से ही मूसलाधार और रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ. जिसके चलते शहर की कई कॉलोनियों में पानी भर गया. वहीं, जिले में इस बार कृषि विभाग ने 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा था. उसके 91 प्रतिशत क्षेत्रफल में बुवाई हुई थी. सबसे ज्यादा इस बार खरीफ की फसल में दलहनी फसलें मूंग, उड़द और तिल की फसल की बुवाई हुई थी. ये फसल पक कर तैयार भी हो गई है.
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मानसून के रुख बदलने की वजह से हुई बारिश के कारण खेतों में पड़ी खरीफ की फसल मूंग, उड़द और तिल बिल्कुल नष्ट होने की कगार पर आ गई है. जिससे जिले के किसान काफी चिंतित है. वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज शनिवार को जिले में प्रस्तावित दौरा है. बता दें कि बरसात आने की वजह से दौरे में खलल पड़ सकता है. प्रशासन भी बरसात को लेकर काफी सतर्क हो गया है.