भीलवाड़ा. जिले के गुलाबपुरा उपखंड क्षेत्र में स्थित हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के एनजीटी प्रकरणों (NGT case against Hindustan Zinc Limited) को लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर आशीष मोदी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई. कलेक्टर आशीष मोदी ने गुलाबपुरा उपखंड अधिकारी तहसीलदार और जिंक से जुड़े अधिकारियों को क्षेत्र में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए. बैठक के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. जिनमें हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, आगूचा माइंस लीज एरिया के कोर और बफर क्षेत्र में स्थित गांवों के खेतों की मिट्टी जो मृदा लवणता औरम क्षारीयता से प्रभावित हैं, उसका उपचार किया जाना है.
प्रभावित क्षेत्र के गांवों में स्थित राजकीय भवनों (विद्यालय, आंगनबाड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय कार्यालय भवन आदि)में रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रकचर स्थापित करने का निर्देश दिया गया. साथ ही बड़े रिचार्ज स्ट्रकचर के लिए प्रति गांव न्यूनतम 2 रिचार्ज शॉफ्ट संरचना स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया. कलेक्टर ने हिंदुस्तान जिंक प्रबंधन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गुलाबपुरा को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए गोद लेने का निर्देश दिया. इसमें भवन और आधारभूत संरचना, सुविधा विकास, आवश्यक चिकित्सा उपकरणों, मशीनों की उपलब्धता और अस्थायी आधार लोगों को उपलब्ध करवाना शामिल है.
बैठक में परिवेशी वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए वृक्षारोपण, ग्रीन बेल्ट विकास और चारागाह विकास एरिया के अलावा प्रभावित गांवों में (34 गांवों में) फलदार और उत्तरजीविता वाले पौधों के वृक्षारोपण के लिए निर्देशित किया गया.