भीलवाड़ा. शादी समारोह में सरकार की गाइडलाइन से ज्यादा व्यक्ति एकत्रित करना भीलवाड़ा के एक परिवार को महंगा पड़ गया है. यहां परिवार के मुखिया खुद कोरोना संक्रमित होते हुए भी शादी समारोह के दौरान करीब 250 लोगों से मिला. इसके बाद मामले को जिला कलेक्टर ने गंभीर मानते हुए परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के साथ ही शादी समारोह में शामिल होने वाले व्यक्तियों को आइसोलेट और क्वॉरेंटाइन किया गया है. साथ ही इसका खर्चा परिवार से ही वसूलने के लिए कलेक्टर ने तहसीलदार को आदेश जारी किया है.
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बता दें कि भीलवाड़ा शहर के भदादा बाग मोहल्ले में 13 जून को शादी-समारोह आयोजित किया गया है. यहां 50 की जगह शादी समारोह में 250 लोग एकत्रित हुए. कोरोना काल में लोगों की ये संख्या केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन से कही ज्यादा थी. इस दौरान परिवार का मुखिया कोरोना संक्रमित होते हुए शादी समारोह में शामिल होने वाले प्रत्येक व्यक्ति से मिला था.
मामले को भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने गंभीर मानते हुए परिवार के खिलाफ शहर के सुभाष नगर थाने में मामला दर्ज करवाया है. साथ ही शादी समारोह में शामिल हुए 250 लोगों में से करीब 17 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. यहां दूल्हा खुद कोरोना पॉजिटिव पाया गया. वहीं, दूल्हे के दादा की भी शुक्रवार देर शाम मौत हो गई है. उनका अंतिम संस्कार शनिवार को गाइडलाइन के अनुसार किया गया.
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वहीं, शादी समारोह में शामिल होने वाले 58 व्यक्तियों को फैसिलिटी क्वॉरेंटाइन किया गया है. साथ ही कोरोना पॉजिटिव 15 व्यक्तियों का आइसोलेशन वार्ड में इलाज जारी है. इन लोगों के आवास, भोजन, सैंपल जांच, परिवहन और एंबुलेंस आदि का करीब 6 लाख 26 हजार 600 रुपये का अनुमानित खर्चा आंका गया है. इसके बाद भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने आदेश जारी करते हुए तहसीलदार को निर्देश दिए कि इस परिवार से 3 दिन के अंदर वसूल कर मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाना सुनिश्चित करें, जिससे भविष्य में शादी समारोह आयोजित करने वाले सरकार की गाइडलाइन की पालना करें.