भीलवाड़ा. विश्वव्यापी कोरोना वायरस की महामारी के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से 31 मार्च तक राजस्थान लोक डाउन की घोषणा की थी. उसके बाद भीलवाड़ा वस्त्र नगरी के नाम से विख्यात भीलवाड़ा शहर की तमाम औद्योगिक इकाइयां भी बंद कर दी गई है. भीलवाड़ा टैक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के सचिव प्रेम स्वरूप गर्ग ने कहा कि भीलवाड़ा औद्योगिक क्षेत्र में लगभग 400 वस्त्र इकाइयां हैं. जहां मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद सरकार के आगामी आदेश तक बंद रहेगी.
विश्वव्यापी कोरोना वायरस की महामारी चल रही है. उसके बाद भारत सरकार और राजस्थान सरकार इस बीमारी से निपटने के लिए सतर्क हो चुकी है. वहीं भीलवाड़ा में कोरोनावायरस के 12 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद भीलवाड़ा जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है.
भीलवाड़ा शहर में पिछले 3 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है. वहीं, शनिवार देर शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राजस्थान को 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा की थी. उसी के तहत भीलवाडा वस्त्र नगरी के नाम से विख्यात भीलवाड़ा शहर में लगभग 400 वस्त्र इकाइयां हैं उनको भी बंद करने की घोषणा की है.
जहां भीलवाडा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के सचिव प्रेम स्वरूप गर्ग ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के राजस्थान लॉक डाउन की घोषणा के बाद हम इस महामारी से निपटने के लिए भीलवाड़ा जिले में स्थित लगभग 400 औद्योगिक इकाइयां हैं जहां कपड़े की विविग, प्रोसेसिंग सहित विभिन्न प्रकार की औद्योगिक इकाइयों को 31 मार्च तक बंद कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जीवन सबसे पहले है. इसी लक्ष्य को मानते हुए हमनें ये सरकार के निर्णय की तुरंत पहल करते हुए लागू किया है. हमको को सरकार जब निर्देश देगी तभी उद्योग इकाई वापिस शुरू करेंगे. इसके साथ ही सभी औद्योगिक इकाइयों के मालिकों को सूचना दे दी है.