भीलवाड़ा. प्रदेश में वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस ने परचम लहराया है. दोनों जगह भाजपा प्रत्याशियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. जहां धरियावद विधानसभा में चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे आसींद से भाजपा विधायक जब्बर सिंह सांखला ने आज परिणाम जारी होने के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत की और कहा कि मैंने धरियावद विधानसभा क्षेत्र के बबराणा मंडल में चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी. मैंने धरियावद में 7 दिन तक रुक कर डोर टू डोर जनसंपर्क किया.
चुनाव परिणाम के बाद भाजपा विधायक ने कहा कि यह जनता का निर्णय है. धरियावद एरिया काफी लंबा है. भाजपा ने मुझे धरियावद विधानसभा में प्रचार के लिए भेजा था. लेकिन वहां का समीकरण बीटीपी यानी भारतीय ट्राइबल पार्टी ने बिगाड़ा है. बीटीपी वहां की लोकल पार्टी है. उन्होंने वहां अलग ही तरह का माहौल बनाया जिसके कारण बीजेपी को काफी नुकसान हुआ. वर्तमान समय में भाजपा प्रदेश में सत्ता में भी नहीं है.
इसलिए वहां की जनता बीटीपी के बहकावे में आ गई. जिससे वोटों का ध्रुवीकरण हुआ इसलिए वहां भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा. क्योंकि वहां एसटी जाति के अलावा अन्य दूसरी जातिया भाजपा को मतदान करना चाहती थी. लेकिन बीटीपी ने जो माहौल बनाया था. उसके कारण हमारे उम्मीदवार को काफी नुकसान हुआ.
भाजपा विधायक जब्बर सिंह सांखला ने कहा कि बीजेपी देश में ही नहीं विश्व में भी परचम लहरा रही है. लेकिन धरियावद विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर हमारे दिवंगत विधायक गौतम मीणा ने बहुत अच्छा काम किया. वहां के कार्यकर्ताओं का मानना है कि पार्टी की ओर से चूक हुई है. अगर गौतम मीणा के परिवार या उनके लड़के को प्रत्याशी बनाया जाता तो निश्चित रूप से वहां सहानुभूति की लहर भाजपा के साथ रहती. ऐसे में कहीं न कहीं चूक हुई है.
इसलिए आज बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. हालांकि बीजेपी आलाकमान सर्वमान्य है, और आलाकमान ने सही निर्णय लिया है. मैं आलाकमान पर सवाल नहीं उठा रहा हूं लेकिन वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने जो बात कही है. वह बता रहा हूं. स्थानीय कार्यकर्ताओं का मानना है कि अगर दिवंगत विधायक के परिवार वाले को प्रत्याशी बनाया जाता तो सहानुभूति साथ रहती अब देखना यह होगा कि धरियावद और वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में हार के बाद भाजपा प्रदेश संगठन क्या कोई हार के कारणों को लेकर मंथन करता है या नहीं.