भीलवाड़ा. जल जीवन मिशन की रैंकिंग में भीलवाड़ा जिला प्रदेश में दूसरे पायदान पर पहुंच चुका है. भीलवाड़ा जिला कलेक्टर ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस काम को त्वरित गति से पूरा करना है, जिससे लोगों को पेयजल की दिक्कत नहीं हो. गर्मी में पेयजल की समस्या को लेकर क्षेत्र में डीएमएफटी से भी फंड आवंटन किया है.
उन्होंने कहा कि देश में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पेयजल के लिए नल के माध्यम से पानी मिले, इसके लिए सरकार ने जल जीवन मिशन योजना लागू की थी. जल जीवन मिशन एक फ्लैगशिप प्रोग्राम है, जिसपर केंद्र और राज्य सरकार फोकस कर रही है. इस मिशन को भीलवाड़ा में अच्छे से इंप्लीमेंट किया जा रहा है. भीलवाड़ा जिले में इस वर्ष जल जीवन मिशन के तहत 1 लाख 31 हजार नल कनेक्शन लगाए जाने का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 80 हजार कनेक्शन प्रदान किया जा चुका है.
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भीलवाड़ा प्रदेश में प्रतिशत और नंबरों के आधार पर दूसरे स्थान पर है. हमारी यही कोशिश है कि जल जीवन मिशन के तहत जो हमें टारगेट मिला है उसमें अच्छे से अच्छा काम किया जाए. हम इस मिशन को जल्दी पूरा करना चाहते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को पानी की समस्या से निजात मिल सके. गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या को लेकर कलेक्टर ने कहा कि भीलवाड़ा जिले के कई क्षेत्र में गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या रहती है.
उन्होंने बताया कि पानी की समस्या प्रमुख रूप से गंगापुर व रायपुर क्षेत्र में समस्या रहती है. इसके लिए डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन फंड से कुछ कार्य करवाए जा रहे हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने बजट में जो कार्य सैंक्शन किए हैं, उनको भी त्वरित गति से करवाया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल को लेकर कुछ जगह पाइप की दिक्कत थी, उस समस्या का भी समाधान कर लिया है.