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भीलवाड़ा: खरीफ की फसल के लिए खाद की ना हो समस्या, कृषि विभाग ने शुरू की तैयारी

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Published : May 8, 2020, 12:40 PM IST

भीलवाड़ा में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है, इसके लिए कृषि विभाग ने भी पूरी तैयारियां कर ली है. इस बार किसानों को खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए कृषि विभाग डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध करवा रहा है. जिले में खरीफ की फसल के लिए 15 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद की आवश्यकता होती है, जो वर्तमान में 7 हजार मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है. वहीं 38 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता होती है, जो वर्तमान में 10 हजार मीट्रिक टन उपलब्ध है.

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कृषि विभाग ने कहा कि खरीफ फसल के लिए खाद की समस्या नहीं होगी

भीलवाड़ा. जिले में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है. वहीं कृषि विभाग ने भी समस्त तैयारियां पूरी कर ली है. इस बार किसानों को किसी प्रकार के खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए कृषि विभाग ने संपूर्ण तैयारी कर ली है. जहां कृषि विभाग के उपनिदेशक ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध है.

भीलवाड़ा में खरीफ फसल के लिए खाद की पूरी व्यवस्था

जिले में इस समय कपास और मक्का की फसल की बुवाई हो रही है. वहीं सब्जियों की भी बुवाई हो चुकी है. खरीफ की फसल के लिए भीलवाड़ा कृषि विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली है. जिले में किसानों को किसी प्रकार के यूरिया और डीएपी खाद की कालाबाजारी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवा दिया गया है. जिले की तमाम सहकारी समितियों में खाद का स्टॉक उपलब्ध है, जहां से किसान नियमित रेट पर खरीद सकते हैं.

यह भी पढ़ें- विदेश में फंसे छात्रों से विदेश राज्य मंत्री और BJP प्रदेशाध्यक्ष ने की बात, 7 दिन में वतन वापसी का दिया आश्वासन

भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने कहा कि जिले में खरीफ की फसल की बुवाई के लिए किसानों को खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए हमने समस्त तैयारी पूरी कर ली है. जिले में खरीफ की फसल के लिए 15 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद की आवश्यकता होती है. जहां वर्तमान में 7 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है. वहीं 38 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता होती है, जो वर्तमान में 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद उपलब्ध है. बताया जा रहा है कि जिस तरह रबी की फसल में खाद मंगवाया गया था, उसी तरह खरीफ की फसल के लिए भी खाद की व्यवस्था कर ली है, जिससे कालाबाजारी ना हो.

भीलवाड़ा. जिले में खरीफ की फसल की बुवाई शुरू हो चुकी है. वहीं कृषि विभाग ने भी समस्त तैयारियां पूरी कर ली है. इस बार किसानों को किसी प्रकार के खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए कृषि विभाग ने संपूर्ण तैयारी कर ली है. जहां कृषि विभाग के उपनिदेशक ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में डीएपी और यूरिया खाद उपलब्ध है.

भीलवाड़ा में खरीफ फसल के लिए खाद की पूरी व्यवस्था

जिले में इस समय कपास और मक्का की फसल की बुवाई हो रही है. वहीं सब्जियों की भी बुवाई हो चुकी है. खरीफ की फसल के लिए भीलवाड़ा कृषि विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली है. जिले में किसानों को किसी प्रकार के यूरिया और डीएपी खाद की कालाबाजारी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवा दिया गया है. जिले की तमाम सहकारी समितियों में खाद का स्टॉक उपलब्ध है, जहां से किसान नियमित रेट पर खरीद सकते हैं.

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भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने कहा कि जिले में खरीफ की फसल की बुवाई के लिए किसानों को खाद की समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए हमने समस्त तैयारी पूरी कर ली है. जिले में खरीफ की फसल के लिए 15 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद की आवश्यकता होती है. जहां वर्तमान में 7 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध है. वहीं 38 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद की आवश्यकता होती है, जो वर्तमान में 10 हजार मीट्रिक टन यूरिया खाद उपलब्ध है. बताया जा रहा है कि जिस तरह रबी की फसल में खाद मंगवाया गया था, उसी तरह खरीफ की फसल के लिए भी खाद की व्यवस्था कर ली है, जिससे कालाबाजारी ना हो.

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