भीलवाड़ा. प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया जिसे वीकेंड कर्फ्यू नाम दिया गया. मगर कपड़ा नगरी भीलवाड़ा में वीकेंड कर्फ्यू की पहली रात ही असर दिखाई देने लगा जिसके चलते भीलवाड़ा जिले के बड़लियास थाने क्षेत्र में स्थित इट भट्टे में काम कर रहे प्रवासी मजदूर उनके मालिक द्वारा काम से निकाल दिया गया और वेतन भी नहीं दिया गया.
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के करीब 50 से अधिक मजदूर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय तक अपना बोरिया बिस्तर लेकर पहुंच गए. मजदूरों का आरोप है कि कर्फ्यू के कारण उनके मालिक ने उन्हें बिना पैसे दिए काम से निकाल दिया है जिसके कारण वह परेशान है.
श्रमिकों का कहना है कि हम करीब 6 महीने से बड़लियास में ईंट भट्टे में ईंट बनाने का कार्य करते हैं. जब हमने मालिक मुकेश जयसवाल से खर्च और मेहनताना मांगा तो उन्होंने सबको काम से निकाल दिया. उन्होंने कहा हम 50 से 60 व्यक्ति हैं जिन्हें आज काम से निकाल दिया गया है.
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श्रमिकों ने कहा कि हमारे साथ हमारे बच्चे भी है जिसके कारण हम आज बेघर हो गए हैं. हमने अपने अपने पैसे की मांग की तो हमें निकाल दिया गया है. श्रमिका का कहना है कि उनके पास अब रहने के लिए भी कोई जगह नहीं हैं और नहीं ही उनके पास आगे के गुजारे के लिए पैसे हैं.