भीलवाड़ा. प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भीलवाड़ा शहर में आदर्श तापड़िया हत्याकांड मामले (Strike of BJP on Bhilwara Aadarsh murder case) को लेकर भाजपा और हिन्दू संगठनों के धरने को समाप्त करने पहुंचे थे. पूनिया ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार और शासन तुष्टिकरण की नीति अपना रही है, जो कांग्रेस के लिए ही घातक सिद्ध होगी. आदर्श गांव के हत्याकांड को लेकर भाजपा और हिंदू संगठनों का 11 दिन से भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पर धरना चल रहा था.
उन्होंने भीलवाड़ा के हिंदू संगठनों और लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि भाजपा और हिंदू संगठनों के मजबूत आंदोलन के आगे प्रशासन को घुटने टेकने पड़े हैं. आगे भी जरूरत पड़ी तो आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा अभी धरना समाप्त हुआ है, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. जब तक आदर्श की हत्या के बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक भाजपा चुप नहीं बैठेगी.
सीएम आग से खेल रहे हैं: डॉ. पूनिया ने कहा कि सहूलियत के नाम पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने लोगों को कुछ नहीं दिया. शौचालय, पानी या मकान कोई भी मसला हो, पीएम मोदी ने लोगों को सारी सुविधाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि अब राजस्थान में 2023 के बाद कभी दंगे नहीं होंगे. सीएम आग से खेल रहे हैं. चुनाव बाद राजस्थान में केवल भारत माता का कानून चलेगा. सीएम अशोक गहलोत का घर जोधपुर दंगों की आग में जल रहा था, लेकिन वे कभी वहां नहीं गए.
कांग्रेस के शासन में अल्पसंख्यकों को संरक्षण और खुली छूट दी जाती है. ऐसे में जब दंगे होते हैं तो कांग्रेस भाजपा पर दंगे करने का आरोप लगा देती है. कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति से अपने वजूद को मिटाने पर तुली है. सीएम अशोक गहलोत ने हिंदू त्योहारों पर प्रदेश के 17 जिलों में धारा 144 लगा दी. जबकि अल्पसंख्यकों को रैलियों और आयोजनों की अनुमति दी जाती है.
धरने का 11वां दिन नहीं, कांग्रेस का 12वां: पूनिया ने कहा कि जिस तरह भाजपा और हिंदू संगठनों के आगे प्रशासन को घुटने टेकने पड़े हैं, यह प्रशंसनीय है. आगे भी जरूरत पड़ी तो भाजपा प्रदेश और देश की एकता के लिए हमेशा तैयार है. धरने को विधायक विट्ठलशंकर अवस्थी, जिलाध्यक्ष लादूलाल तेली, सांसद सुभाष बहेड़िया, सुभाष बाहेती, गणेश प्रजापत, बरजी देवी भील, रामलाल गुर्जर भी मौजूद थे. अंत में विजय ओझा ने धरना समाप्ति की घोषणा की.