भरतपुर. जिले के चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव बिलौठी में सोमवार अलसुबह एक युवक ने गांव से बाहर खेत में पेड़ से फांसी का फंदा (Agnipath Scheme) लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक बीते कई साल से सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था. परिजनों ने बताया कि अग्निपथ योजना लागू होने के बाद से युवक ने दौड़ भाग करना छोड़ दिया और मायूस रहने लगा. युवक कबड्डी का राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था. जानकारी के अनुसार बिलौठी गांव निवासी कन्हैया गुर्जर (22) पुत्र महाराज सिंह गुर्जर 12वीं कक्षा पास करने के बाद से ही सेना भर्ती की तैयारी में जुट गया था.
पांच भाई और दो बहनों में सबसे छोटा कन्हैया सेना में भर्ती होना चाहता था. सभी भाई बहन और पिता का भी सपना था कि उनका भाई फौजी बने. परिजनों ने बताया कि जब से अग्निपथ योजना की घोषणा हुई, तभी से कन्हैया ने दौड़ भाग करना बंद कर दिया. परिजनों के बार-बार समझाने पर भी वो सेना की तैयारी के लिए सुबह दौड़ करने नहीं जा रहा था. परिजनों ने बताया कि कन्हैया का कहना था कि अब सैनिक बनने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा. 4 साल बाद आकर भी जब कुछ और काम करना है तो अभी से क्यों ना किया जाए.
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सोमवार सुबह जब सभी परिजन जागे तो कन्हैया घर में नहीं था. परिजनों ने तलाश किया तो वो गांव से बाहर खेत में पेड़ से (Youth Commits suicide due to Agnipath Scheme) फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला. कन्हैया कबड्डी का राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था. वो राज्य स्तर पर कई पदक जीत चुका था. मृतक का पिता किसान और भाई मजदूरी करते हैं. सभी का सपना था कि कन्हैया फौज में भर्ती होकर देश की सेवा करे.