कामां (भरतपुर). जिले के कामां पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुनहरा और उसके आस-पास के गांवों में जहरीली शराब पीने से करीब 6 लोगों की मौत का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने शनिवार को पंचायत कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाने की मांग की.
कामां पंचायत समिति क्षेत्र के गांव सुनहरा के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में धड़ल्ले से अवैध रूप से हथकड़ी और कच्ची शराब की बिक्री की जाती है, जिसके चलते युवा शराब के आदी हो रहे हैं. गांव सुनहरा के सतीश, सोहन सिंह, श्रीराम और मुकेश भाट सुनहरा की मौत हो गई. जबकि आसपास के दो अन्य की भी मौत हो गई है. साथ ही आसपास के गांव में भी कई लोगों के मौत की सूचना मिली है. इससे ग्रामीणों की दिवाली की खुशियां मातम में बदल गईं हैं. ग्रामीणों ने शराब बिक्री बंद कराने को लेकर पंचायत कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
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वहीं, मामले को लेकर पुलिस के अधिकारियों से जब वार्ता की गई तो उनके द्वारा कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया गया और कहा कि इस तरीके की कोई सूचना नहीं है, जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस को सूचना दे दी है और पुलिस गांव में आकर चली भी गई.
मातम में बदली दिवाली की खुशियां
सुनहरा गांव में एक साथ 4 मौत हो जाने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है. वहीं, गांव के लोग ये आस लगाए बैठे हैं कि कब शराब बिक्री बंद हो, जिससे गांव में किसी और की जान ना जाए. लेकिन, प्रशासन अवैध शराब बिक्री पर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा और धड़ल्ले से गांव में अवैध शराब बिक्री हो रही है.
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आखिर कब लगेगी हथकड़ी शराब बिक्री पर लगाम
कामां क्षेत्र में लगातार हथगढ़ी शराब बिक्री की ग्रामीणों द्वारा शिकायत की जा रही है. लेकिन, स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ आबकारी विभाग भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. अगर प्रशासन द्वारा पहले ही कार्रवाई की जाती तो शायद अवैध शराब पीने से हो रही मौतों पर रोक लगाई जा सकती थी.