कामां (भरतपुर). कामां उपखण्ड क्षेत्र की जीवनदायिनी कही जाने वाली केपी ट्रेन नहर किसानों के लिए वरदान की तरह है. खेती के लिए भी किसानों को इसी नहर से पानी उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन हाल ही में कुछ अराजक तत्वों ने नहर काट दी जिससे फसलें जलमग्न होकर खराब हो गईं. मामले की शिकायत पुलिस से की गई है.
उत्तर प्रदेश के बरसाना होते हुए नहर का पानी समय-समय पर क्षेत्र में आता है. इस नहर के जरिए ही प्रशासन तालाबों में पानी को भी जमा करता है ताकि जरूरत पड़ने पर उसे किसानों को फसल की सिंचाई के लिए दिया जा सके, लेकिन बीते सोमवार को कुछ अराजक तत्वों ने नहर ही काट दी. जिससे किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई. इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
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सूचना पर पहुंची सिचाई विभाग की कनिष्ठ अभियंता मनीषा बलाई एवं चिंकी सैनी ने नहर को दुरुस्त कर पानी की आवक रोकी ताकि फसल को खराब होने से बचाया जा सके. लेकिन विगत दिन रात को अज्ञात लोगों ने नहर को बीच में से काट गए। जिससे नहर का पानी खेतों में भर गया और उससे किसानों की खड़ी फसल चौपट हो गई.
किसानों की शिकायत पर सिंचाई विभाग के अधिकारीयों ने नहर को ठीक कर पानी की आवक रोक दी थी. मगर दूसरे दिन फिर रात को किसी ने नहर काट दी और दोबारा किसानों के खेतों में पानी भर गया. सूचना पर पहुंचे सिंचाई विभाग की कनिष्ठ अभियंता ने फिर कई घंटे मशक्कत कर मजदूरों की सहायता से नहर को दुरुस्त कराया. उन्होंने पुलिस को भी अज्ञात बदमाशों के खिलाफ शिकायत दी है.