भरतपुर. जिले के आमोली टोल प्लाजा पर रोडवेज की बस में घुसकर गैंगस्टर कुलदीप जघीना की हत्याकांड में गुरुवार को नया मोड़ आया है. उस हत्याकांड के तीन इनामी आरोपी पंकज, लोकेंद्र एवं देवेंद्र ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इन तीनों आरोपियों ने डीग कोतवाली में सरेंडर किया है. आरोपियों ने कहा है कि उनका कुलदीप जघीना हत्याकांड से कोई लेना देना नहीं है. यदि हम उस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो हमारे खिलाफ कार्रवाई की जाए. तीनों आरोपियों पर भरतपुर आईजी ने कल ही 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था.
डीग कोतवाली पर सरेंडर करने पहुंचे लोकेंद्र ने कहा कि 12 जुलाई को आमोली टोल प्लाजा पर हुए कुलदीप हत्याकांड में उनका नाम शामिल किया गया है. उन पर इनाम भी घोषित किया गया है. लोकेंद्र ने कहा कि उनका उस घटना से कोई लेना देना नहीं है. यदि वे दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
मारने की मिली थी धमकी : इनामी आरोपी लोकेंद्र ने कहा कि उन्होंने डीग में इसलिए सरेंडर किया क्योंकि उन्हें दूसरी जगह खतरा था. साथ ही आरोप लगाया कि कुलदीप के ससुरालीजनों ने भी उन्हें 15 दिन में ढूंढकर मारने की धमकी दी थी. सरेंडर करने के दौरान तीनों इनामी आरोपियों के पास कोई हथियार नहीं था.
घोषित था इनाम : कुलदीप जघीना हत्याकांड में एसपी मृदुल कच्छावा ने देवेंद्र, लोकेंद्र, पंकज और रोबिन पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था. बीते बुधवार को इस इनाम को आईजी भरतपुर ने बढ़ाकर 50-50 हजार रुपए कर दिया था. फिलहाल मामले में रॉबिन और दो अज्ञात बदमाश फरार चल रहे हैं. हालांकि अभी तक तीनों आरोपियों के सरेंडर करने की खबर को पुलिस के आला अधिकारियों ने आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है. बताया जा रहा है कि पुलिस अधीक्षक इस पूरे मामले पर प्रेस वार्ता कर खुलासा कर सकते हैं.
यह थी घटना : 12 जुलाई को कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना और विजयपाल को जयपुर जेल से रोडवेज बस में पेशी के लिए भरतपुर लाया जा रहा था. आमोली टोल प्लाजा पर सुबह 11.55 बजे जैसे ही रोडवेज बस रुकी, उसमें करीब 8-10 हथियारबंद हमलावर घुस गए और कुलदीप और विजयपाल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. कुछ बदमाश बस के बाहर से भी फायरिंग कर रहे थे. फायरिंग के बाद हमलावर मौके से भाग निकले. उस हमले में गैंगस्टर कुलदीप जघीना की मौत हो गई, जबकि विजयपाल जख्मी हो गया. इसके अलावे दो अन्य यात्रियों को भी गोली लगी. बाद में पुलिस ने पीछा कर चार आरोपियों को अलग अलग जगह से पकड़ लिया था. जिसमें दो आरोपियों को आगरा से पकड़ा था.