कामां (भरतपुर). जिले के कामां क्षेत्र में लगातार बढ़ रही गौ तस्करी की घटना और साधु-संतों पर हो रहे हमले में कार्रवाई की मांग करते हुए संत बृज बिहारी शरण ने एसडीएम कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया, जहां स्थानीय लोग भी अनशन में पहुंचकर अपना समर्थन देने लगे.
संत बृज बिहारी शरण ने बताया कि गत दिनों कामां क्षेत्र के गांव बौलखेड़ा से कुछ लोगों की ओर से गोवंश को ले जाया गया था, जिसके बाद एसडीएम कार्यालय पर आमरण अनशन हमने किया तो पुलिस एक्शन में आई, जिसके बाद घटना का कामां थाने में मामला दर्ज कराया गया. वहीं इसके बाद पुलिस ने एक गौ तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अन्य गौ तस्करों को गिरफ्तार नहीं किया है, जिसे लेकर पूर्व में आमरण अनशन शुरू किया गया था.
यह भी पढ़ें: Rajasthan Budget 2021: युवा-किसान-व्यवसायी...जानिए राजस्थान बजट से किस वर्ग को क्या-क्या हैं उम्मीदें
वहीं पुलिस के अधिकारियों ने सात दिवस में गौ तस्करों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर आमरण अनशन समाप्त करा दिया, लेकिन अभी तक गौ तस्करों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उल्टे साधु-संतों पर हमले होने शुरू हो गए हैं. वहीं लगातार साधु-संतों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बादली मंदिर महंत बिहारी शरण दास महाराज ने सोमवार से एसडीएम कार्यालय के बाहर आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
बता दें कि साधु संतों की ओर से एसडीम कार्यालय पर किए जा रहे धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन में कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों के धर्म प्रेमी लोग पहुंचकर अपना समर्थन दे रहे हैं. इसके साथ ही कस्बे के लोगों सहित साधु-संतों ने भी कामां कस्बा में रैली निकालकर कार्रवाई कराने की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से कामा क्षेत्र में गौ तस्करी की घटनाओं सहित अपराध का ग्राफ बढ़ा है, जिसे लेकर साधु-संतों सहित धर्म प्रेमी लोगों में पुलिस प्रशासन के विरुद्ध खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है.