भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के आंदोलन के सातवें दिन गुरुवार को समाज के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव के साथ वार्ता हुई. वार्ता में मंत्री जाटव ने कहा कि मृतक मोहन सैनी के परिजनों को न तो 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जा सकती है, न ही परिजन को नौकरी और न शहीद का दर्जा. वार्ता में प्रतिनिधिमंडल को बताया गया कि मृतक के एक परिजन को नियमों की जानकारी करवाने के बाद संविदा पर नौकरी दी जा सकती है. उधर आंदोलन स्थल पर देर रात तक आंदोलनकारी डटे हुए हैं.
वहीं, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने क्षेत्र में इंटरनेट बंद की अवधि 28 अप्रैल की रात 12 बजे तक बढ़ा दी है. संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव के आवास पर समाज के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की करीब 2 घंटे से अधिक वार्ता चली. वार्ता के दौरान मंत्री भजन लाल जाटव ने प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट किया कि नियमों के तहत मृतक के परिजन को न तो सरकारी नौकरी दी जा सकती है, न परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जा सकता है. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा कि मृतक को शहीद का दर्जा भी नहीं दिया जा सकता.
डीके कुशवाहा ने बताया कि मंत्री भजन लाल जाटव ने कहा कि एक परिजन को संविदा आधार पर नौकरी दी जा सकती है. लेकिन इसके लिए भी सरकार एवं विभिन्न विभागों की गाइडलाइन और नियमों की जानकारी लेने के बाद ही स्पष्ट बताया जा सकेगा. उधर वार्ता के बाद संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने प्रदेश के कुशवाहा, सैनी, माली समाज के लोगों को धरना स्थल पर आने के लिए आह्वान किया है, उन्होंने धरना जारी रहने की बात कही है.
मृतक की पत्नी की तबीयत खराबः आंदोलन स्थल पर आत्महत्या करने वाले मोहन सैनी कश्यप का शव अभी भी आरबीएम जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. वार्ता में निष्कर्ष नहीं निकलने की वजह से अभी तक मोहन सैनी के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. उधर मृतक मोहन सैनी की पत्नी की गुरुवार को आंदोलन स्थल पर तबीयत खराब हो गई. उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मृतक की पत्नी बीते 3 दिन से आंदोलन स्थल पर ही है. वहीं, गुरुवार को उच्चैन के एक समाजसेवी दौलतराम फौजदार ने धरना स्थल पर पहुंच कर मृतक मोहन सैनी के बेटे नीरज को 2 लाख, 51,000 रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई. आंदोलन के हालातों को देखते हुए संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने एक बार फिर इंटरनेट बंद की अवधि 24 घंटे बढ़ाकर 28 अप्रैल की रात 12 बजे तक कर दी है.