भरतपुर. आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. भाजपा और कांग्रेस के बाद अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल भी भरतपुर पहुंचे. हनुमान बेनीवाल ने यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ज्योति मिर्धा ने भाजपा इसलिए ज्वाइन की है ताकि उसके ससुराल पक्ष को जेल नहीं जाना पड़े. क्योंकि उसके ससुराल पक्ष के खिलाफ ईडी और सीबीआई की जांच चल रही है.
बेनीवाल ने यह भी दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 200 सीटों में से 150 सीटों पर आरएलपी की सीधी फाइट होगी. अगर बसपा, भारत आदिवासी पार्टी जैसी पार्टियां हमारे साथ गठबंधन कर लेती हैं, तो राजस्थान में थर्ड फ्रंट, फर्स्ट फ्रंट बन जाएगा. बेनीवाल ने कहा कि ज्योति मिर्धा के भाजपा ज्वाइन करने से भाजपा को 10 वोट का भी फायदा नहीं होगा. पिछले 20 साल से लगातार मिर्धा परिवार हमसे हारता आया है.
उन्होंने कहा कि ज्योति मिर्धा ने भाजपा सिर्फ इसलिए ज्वाइन की है ताकि उसके ससुराल पक्ष को ईडी और सीबीआई जांच मामले में जेल ना जाना पड़े. बेनीवाल ने कहा कि मिर्धा परिवार ने नागौर को सिर्फ बर्बाद किया है. ना तो नागौर में शिक्षा का विकास हुआ ना ही मूलभूत सुविधाओं का. हमने बीते 15-20 साल में नागौर की हालात सुधारे हैं. बेनीवाल ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 200 सीटों में से 150 सीटों पर सीधी फीट होगी यदि हमारे साथ बसपा, भारत आदिवासी पार्टी और बीटीपी पार्टी जैसी पार्टियां गठबंधन कर लेती हैं, तो हमारे वोट इस बार एक करोड़ 60 लाख पर पहुंचेंगे. जबकि कांग्रेस और भाजपा एक-एक करोड़ पर आ जाएंगे. और हमारा थर्ड फ्रंट राजस्थान का फर्स्ट फ्रंट बन जाएगा.
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में वोटो का बिखराव नहीं हो इसलिए वो गठबंधन का प्रयास कर रहे हैं. और फिर भी यदि गठबंधन नहीं हुआ, तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान में जोरदार टक्कर देगी. बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में आरएलपी को सर्व समाज का समर्थन मिल रहा है. 2 महीने बाद राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रचार करना मुश्किल हो जाएगा. भाजपा के जेपी नड्डा की सभा में मुश्किल से तीन-चार हजार लोगों की भीड़ आती है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा में नरेगा से भीड़ जुटानी पड़ती है. जबकि आरएलपी की सभा में लोग खुद पहुंचते हैं.
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बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा का एक समाज ने सबसे ज्यादा साथ दिया था. उस समाज ने अब वसुंधरा से दूरी बना ली है. इसलिए भाजपा ने उसे साइड लाइन कर दिया. बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी वसुंधरा राजे को इसलिए मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाना चाहती क्योंकि भाजपा भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करती है जबकि वसुंधरा राजे खुद भ्रष्टाचार की जननी हैं.