भरतपुर. जिले की वैर विधानसभा सीट पर स्पष्ट रूप से कांग्रेस के भजनलाल जाटव और भाजपा के बहादुर सिंह कोली के बीच सीधा मुकाबला है. भजनलाल जाटव यहां से सिटिंग एमएलए और मंत्री हैं तो वहीं भाजपा के बहादुर सिंह कोली दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं. कुछ अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस के बागी और आरएलपी प्रत्याशी सुनील कुमार जाटव यहां कांग्रेस का काफी वोट काटेंगे. वैर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,71,226 मतदाता हैं. सबसे ज्यादा मतदाता दलित वर्ग से करीब 20% हैं और इन्हीं के हाथ में जीत की चाबी भी है, लेकिन इस बार के चुनाव में दलित और सवर्ण के समीकरण हावी रह सकते हैं.
विकास बनाम स्वच्छ छवि : दो बार विधायक रहे भजनलाल जाटव इस बार पीडब्ल्यूडी मंत्री भी हैं. कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भजनलाल जाटव विकास के नाम पर तीसरी बार मैदान में हैं. जाटव ने क्षेत्र के गांवों में अच्छी संख्या में सड़कों का निर्माण कराया, लेकिन इस दौरान जातिवाद, भ्रष्टाचार और काम की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हुए. सड़कों की हल्की गुणवत्ता के कई वीडियो वायरल हुए. वहीं, प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी बहादुर सिंह कोली अब तक एक भी चुनाव नहीं हारे हैं. दो बार एमएलए और दो बार एमपी रह चुके कोली, स्वच्छ और मिलनसार छवि के चलते चर्चाओं में हैं. साथ ही अपनी बयानबाजी को लेकर भी सुर्खियां बटोरते हैं.
![Bhajanlal Jatav VS Bahadur Singh Koli](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-11-2023/19976280_bharatpur1.jpg)
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वैर में जातिगत समीकरण : क्षेत्र में कुल 2,71,226 मतदाता हैं. सबसे ज्यादा जाटव मतदाता करीब 53 हजार, जो कुल मतदाताओं का 20% है. इसके अलावा जाट मतदाता करीब 35 हजार, गुर्जर 33 हजार, माली 28 हजार, धाकड़ 20, ब्राह्मण 18 हजार मतदाता हैं. इसके अलावा मीणा 14 हजार और कोली मतदाता की संख्या 8 हजार के आसपास है.
बागी पहुंचाएंगे नुकसान : वैर सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों के बागी नेता मैदान में हैं. कांग्रेस से बगावत कर आरएलपी से सुनील कुमार जाटव और भाजपा की बागी कोमल महावर निर्दलीय मैदान में हैं. दोनों कांग्रेस और भाजपा के वोट काट सकते हैं. हालांकि, बसपा प्रत्याशी के रूप में चिरमोली जाटव भी जाटव मतदाता के मत हासिल करेंगे. कुल मिलाकर छिटपुट नुकसान के बावजूद भजनलाल जाटव और बहादुर सिंह कोली के बीच सीधा मुकाबला रहेगा.