कामां (भरतपुर). जिले के कामां कस्बे में 45 दिन पहले नाबालिग बालिका को अपहरण कर ले जाने का मामला थाने पर पंजीकृत किया गया था. जिसके बाद मामले की जांच कामां डीएसपी प्रदीप यादव द्वारा की जा रही थी. जहां बालिका को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने के लिए दबिश दी जा रही थी, लेकिन कहीं कोई सफलता नहीं मिली. पुलिस लगातार छानबीन करती रही, जिसका परिणाम यह निकला कि उत्तर प्रदेश के बरसाना से नाबालिग बालिका को अपहरणकर्ताओं के चुंगल से मुक्त कराकर सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया.
कामां डीएसपी प्रदीप यादव ने बताया कि 45 दिन पहले कामां थाने पर कस्बा निवासी एक व्यक्ति ने उसकी नाबालिग बालिका का अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज कराया था. मामले की गंभीरता को समझते हुए भरतपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप कपूर द्वारा स्पेशल टीम का गठन किया गया था, जिसके बाद विभिन्न जगह दबिश दी गई.
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मुखबिर से सूचना मिली थी कि नाबालिग बालिका उत्तर प्रदेश के बरसाना में है, जिसके बाद स्पेशल टीम को बरसाना के लिए रवाना किया गया. जहां नाबालिग बालिका को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा कर कामां थाने लाया गया. जिसके बाद बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया है. साथ ही बालिका के बयान दर्ज कर बालिका का मेडिकल मुआयना कराकर अपहरणकर्ताओं की तलाश की जाएगी.
अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए टीम गठित...
कामां डीएसपी प्रदीप यादव ने बताया कि नाबालिग बालिका का अपहरण करने वाले अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए भरतपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमनदीप कपूर के निर्देश पर एक स्पेशल टीम गठित की गई है, जो शीघ्र ही अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल देगी.